भारत-विरोधी नारे लगाने वालों को नहीं बख्शा जाएगा : राजनाथ सिंह

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भारत-विरोधी नारे लगाने वालों को नहीं बख्शा जाएगा : राजनाथ सिंह

नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जेएनयू परिसर विवाद पर कहा है कि सरकार देश में किसी भी प्रकार की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि मैंने दिल्ली पुलिस को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। राजनाथ सिंह ने कहा


नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जेएनयू परिसर विवाद पर कहा है कि सरकार देश में किसी भी प्रकार की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि मैंने दिल्ली पुलिस को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि यदि कोई भी भारत-विरोधी नारे लगाता है, देश की एकता और अखंडता पर सवाल उठाने की कोशिश करता है तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गृहमंत्री ने कहा कि उन्होंने दिल्ली पुलिस से कहा है कि वह हाल ही में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में भारत-विरोधी गतिविधियों में कथित तौर पर लिप्त रहे लोगों के खिलाफ कड़े से कड़ा कदम उठाएं।

मंगलवार को जेएनयू परिसर में छात्रों के एक समूह ने एक समारोह आयोजित किया था और संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू को वर्ष 2013 में फांसी दिए जाने के मुद्दे पर सरकार एवं देश के खिलाफ कथित तौर पर नारे लगाए थे। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस समारोह के आयोजन की अनुमति रद्द की जाने के बावजूद यह आयोजन किया गया था। यह अनुमति एबीवीपी के सदस्यों की ओर से शिकायत किए जाने के बाद रद्द की गई थी। भाजपा सांसद महेश गिरी और एबीवीपी की शिकायतों के बाद दिल्ली पुलिस ने इस समारोह के सिलसिले में देशद्रोह का मामला दर्ज किया है।

वहीं देशद्रोह और आपराधिक साजिश के आरोप में गिरफ्तार किए गए जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को आज दिल्ली की एक अदालत ने तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।

कन्हैया को मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट लवलीन की अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने अदालत से कन्हैया की पांच दिनों की पुलिस हिरासत मांगी ताकि फरार चल रहे लोगों सहित सभी आरोपियों के आतंकवादी संगठनों से कथित संबंधों का पता लगाया जा सके।

पुलिस ने अदालत को बताया कि कन्हैया से पूछताछ की जरूरत इसलिए भी है जिससे उन आरोपियों की पहचान की जा सके जिन्हें नौ फरवरी को जेएनयू परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान देश-विरोधी नारेबाजी करते देखा गया था। पुलिस ने कार्यक्रम की एक सीडी भी अदालत को सौंपी। इसके बाद न्यायाधीश ने अदालत में ही एक कंप्यूटर पर उस सीडी को चला कर देखा।

कन्हैया ने अदालत को बताया कि उन्होंने न तो कोई नारेबाजी की और न ही देश की अखंडता के खिलाफ कोई बात कही। उन्होंने कहा कि वह एबीवीपी कार्यकर्ताओं और कार्यक्रम के आयोजक छात्रों के बीच झड़प को रोकने के लिए मौके पर पहुंचे थे।

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