मैगी का बाज़ार खा गए, अब कोलगेट की बारी ? घबराहट में हैं कंपनियां

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मैगी का बाज़ार खा गए, अब कोलगेट की बारी ? घबराहट में हैं कंपनियां

पतंजलि के प्रोडक्ट्स लोगों के बीच अब लोकप्रिय होते जा रहे हैं। आटा नूडल्स की सफलता के बाद अब पतंजलि आयुर्वेद ने टूथपेस्ट बनाने वाली मल्टीनेशनल कंपनी कोलगेट-पामोलिव को टक्कर देने की ठानी है। पतंजलि के टूथपेस्ट का नाम ‘दंत कांति’ है। बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए इस टूथपेस्ट को मेडिकेटेड, एडवांस और


मैगी का बाज़ार खा गए, अब कोलगेट की बारी ? घबराहट में हैं कंपनियां

मैगी का बाज़ार खा गए, अब कोलगेट की बारी ? घबराहट में हैं कंपनियांपतंजलि के प्रोडक्ट्स लोगों के बीच अब लोकप्रिय होते जा रहे हैं। आटा नूडल्स की सफलता के बाद अब पतंजलि आयुर्वेद ने टूथपेस्ट बनाने वाली मल्टीनेशनल कंपनी कोलगेट-पामोलिव को टक्कर देने की ठानी है। पतंजलि के टूथपेस्ट का नाम ‘दंत कांति’ है। बाजार में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए इस टूथपेस्ट को मेडिकेटेड, एडवांस और जूनियर जैसे कई वैरिएंट में पेश किया जा रहा है। फिल्हाल टूथपेस्ट क्षेत्र में पतंजलि आयुर्वेद का कुल मार्केट शेयर अभी तक 4.5 प्रतिशत है।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते एक साल में टूथपेस्ट क्षेत्र की दिग्गज कंपनी कोलगेट पामोलिव ने अपना 57.3 प्रतिशत मार्केट शेयर खो दिया है। मैगी का बाज़ार खा गए, अब कोलगेट की बारी ? घबराहट में हैं कंपनियांबुधवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक कोलगेट-पामोलिव इंडिया ने बीते 44 चौमाही में सबसे कम बिक्री दर्ज की है। वहीं हिंदुस्तान यूनिलीवर का मुनाफा बीते छह सालों में सबसे कम तेजी से बढ़ा है। ऐसे में बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद को टूथपेस्ट के क्षेत्र में मार्केट में पैठ बनाने में आसानी होगी।
मुंबई की फाइनेंशियल सर्विस कंपनी IIFL के मुताबिक मल्टीनेशनल कंपनियां साल 2020 तक अपना 3 से 8 प्रतिशत बाजार बाबा रामदेव की पतंजलि की वजह से खो देंगी. इतना ही नहीं पतंजलि 2020 तक 20 हजार करोड़ रुपये की सालाना बिक्री करने लगेगा।

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