डेंगू का डंक | देहरादून में सामने आए डेंगू के 41 मरीज

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डेंगू का डंक | देहरादून में सामने आए डेंगू के 41 मरीज

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ओमप्रकाश ने बताया कि मंगलवार 19 जुलाई, 2016 तक 195 मरीजों के रक्त सैम्पल लिये जा चुके है। जिसमें से 41 मरीज डेंगू से सक्रंमित पाये गये है। उन्होंने बताया कि 19 जुलाई, 2016 तक राजकीय दून मेडिकल काॅलेज चिकित्सालय के आकस्मिक चिकित्सा विभाग में डेंगू से पीड़ित 26 मरीज एवं अन्त


प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ओमप्रकाश ने बताया कि मंगलवार 19 जुलाई, 2016 तक 195 मरीजों के रक्त सैम्पल लिये जा चुके है। जिसमें से 41 मरीज डेंगू से सक्रंमित पाये गये है। उन्होंने बताया कि 19 जुलाई, 2016 तक राजकीय दून मेडिकल काॅलेज चिकित्सालय के आकस्मिक चिकित्सा विभाग में डेंगू से पीड़ित 26 मरीज एवं अन्त रोगी विभाग में 04 मरीज है। उन्होंने बताया कि राजकीय दून मेडिकल काॅलेज चिकित्सालय में डेंगू मरीजों के लिए आकस्मिक चिकित्सा विभाग के वार्ड के अतिरिक्त 10 बैड का आईसोलेशन वार्ड स्थापित किया गया है, जहां आवश्यक उपचार की सुविधा उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि राजकीय दून मेडिकल काॅलेज चिकित्सालय में ब्लड प्लेटलेट्स की पर्याप्त व्यवस्था है, जिसे आवश्यक होने पर रोगियों को दिया जाता है।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ओमप्रकाश ने बताया है कि राजकीय दून मेडिकल काॅलेज चिकित्सालय में डेंगू प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। जिसमें नोडल आॅफिसर, वरिष्ठ फिजिशियन डाॅ.प्रवीन कुमार (9557169074) व वरिष्ठ पैथोलाॅजिस्ट डाॅ.एन.के.मिश्रा (9411171248), चीफ फार्मासिस्ट एस.एम.डंगवाल (9411553517) एवं मैट्रन/सिस्टर शामिल है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही एक हैल्प लाईन डैस्क स्थापित की गई है, जहां प्रतिदिन 24 घंटे एक स्टाॅफ नर्स तैनात रहेगी। इस डैस्क का हैल्प लाइन नम्बर 9760342513 है।

उन्होंने बताया कि मरीजों से संबंधित शिकायतों की जांच के लिए एक जन शिकायत प्रकोष्ठ भी स्थापित किया गया है। जिसके अध्यक्ष, वरिष्ठ परामर्शदाता डा.के.सी.पंत(9837127499) एवं सदस्य, डा.मीनाक्षी जोशी(9997908733), डा.एस.के.गुप्ता(9837030129) एवं डाॅ.यतेन्द्र सिंह(9412997225) है।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ओमप्रकाश ने आम जन से अपील की है कि डेंगू से बचाव के लिए स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने अपील की है, कि अपने निवास स्थान एवं आस-पास कूड़े एवं पानी का जमाव न होने दें। यदि इस जमाव को समाप्त नही किया जा सकता है, तो जमे हुए पानी पर किरोसिन तेल/चूना/ब्लीचिंग पाउडर तथा कीटनाशकों का छिड़काव करें। उन्होंने अपील की है कि घरों में गमलों, पुरानी सामग्री, कूलर तथा ए.सी. में भी जल जमाव न होने दें तथा इनकी लगातार सफाई करते रहें। जलपात्रों एवं टैंक को ढॅक कर रखें। बुखार आने की दशा में अविलम्ब चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त करें।

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