आयुष्मान भारत योजना लांच | मोदी बोले- अमीरों की तरह गरीबों को भी मिलेंगी स्वास्थ्य सुविधा

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आयुष्मान भारत योजना लांच | मोदी बोले- अमीरों की तरह गरीबों को भी मिलेंगी स्वास्थ्य सुविधा

रांची (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ योजना प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना- आयुष्मान भारत को देश को समर्पित किया। झारखंड की राजधानी रांची से इस आयोजन की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि इस योजना के तहत अब गरीबों को भी धनी लोगों की तरह स्वास्थ्य


रांची (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ योजना प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना- आयुष्मान भारत को देश को समर्पित किया। झारखंड की राजधानी रांची से इस आयोजन की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि इस योजना के तहत अब गरीबों को भी धनी लोगों की तरह स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।

रांची में पीएम मोदी ने योजना को लॉन्च करते हुए कहा, ‘हमारे ऋषि मुनियों ने सपना देखा था सर्वे भवंतु सुखिन का। हमें सदियों पुराने संकल्प को इसी शताब्दी में पूरा करना है। समाज की आखिरी पंक्ति में जो इंसान खड़ा है, गरीब से गरीब इंसान को इलाज मिले। स्वास्थ्य की बेहतर सुविधा मिले। आज इस सपने को साकार करने का एक अहम कदम बिरसा मुंडा की धरती से उठाया जा रहा है।’

पीएम मोदी ने कहा, ‘आयुष्मान भारत के संकल्प के साथ प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लागू हो रही है। लोग इसे अलग-अलग नामों से पुकार रहे हैं। कोई इसे मोदी केयर का नाम दे रहा है। पर मेरे लिए यह देश के दरिद्र नारायण की सेवा का अभियान है। दुनिया के किसी भी देश में इतनी बड़ी योजना नहीं चल रही है।’

मोदी ने कहा कि यहां बैठे-बैठे इस योजना की विशालता का अंदाजा लगाना कठिन है। उन्होंने कहा, ‘पूरे यूरोपीय यूनियन के देशों की जनसंख्या, अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको की जनसंख्या से भी ज्यादा लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ। आने वाले दिनों में दुनिया में मेडिकल क्षेत्र में काम करने वाले लोग इसपर बात करेंगे।’ पीएम ने इस योजना को मूर्त रूप देने में शामिल टीम का भी शुक्रिया अदा किया।

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि देश में बेहतर इलाज कुछ लोगों तक सीमित न हो, सभी को इलाज मिले, इसी भावना के साथ यह योजना देश को समर्पित की जा रही है। पीएम ने कहा, ‘हेल्थ सेक्टर की जब भी बात आती है तो कहा जाता है कि किसी इलाज पर अगर 100 रुपये खर्च होते हैं तो 60 रुपये का बोझ व्यक्ति या परिवार पर आता है। कमाई का ज्यादातर हिस्सा ऐसे ही खर्च होने के कारण हर साल लाखों लोग गरीबी से बाहर निकलने के कगार पर होते हैं, लेकिन एक बीमारी फिर उन्हें गरीबी में वापस ले जाती है।’

पीएम ने कहा कि जबसे देश आजाद हुआ तब से गरीबी हटाओं का नारा सुनते आए हैं। मोदी बोले, ‘गरीबों का आंख में धूल झोंकने वाले अगर आज से 40-50 साल पहले गरीबों के नाम पर राजनीति करने की बजाय गरीबों के सशक्तिकरण पर बल देते तो आज जो हिंदुस्तान दिख रहा है वैसा नहीं होता। उन्होंने गरीबी को समझने में गलती की। उन्हें लगा कि गरीब कुछ न कुछ मांगता है। गरीब को मुफ्त में दे दो। यही सोच गलत थी। गरीब जितना स्वाभिमानी होता है शायद उसे नापने का कोई तराजू नहीं है।’

 

मोदी ने कहा, ‘मैंने गरीबी को जीया है। एक स्वाभिमान है जो गरीबी में जीने की आदत देता है। हमने बीमारी की जड़ को पकड़ा है। देश गरीबी से मुक्ति की ओर तेजी से बढ़ा है। एक संस्था ने बताया कि दो-तीन सालों में 5 करोड़ से अधिक लोग अति गरीबी से बाहर निकले।’ मोदी ने पिछली सरकारों को घेरते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने सरकारी खजाने को लूटा। जाति, धर्म देखकर योजनाएं बनाईं। आयुष्मान भारत संप्रदाय, जाति, ऊंच-नीच के आधार पर नहीं होगा।

पीएम ने योजना की जानकारी देते हुए बताया कि कैंसर जैसी 1300 गंभीर बीमारियों को इसमें शामिल किया गया है। इन बीमारियों का इलाज सरकारी ही नहीं प्राइवेट अस्पतालों में भी सुलभ होगा। पीएम ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से एक विशेष अवसर जुड़ा हुआ है। 14 अप्रैल को जब छत्तीसगढ़ के बस्तर के जंगलों से इसका प्रथम चरण शुरू किया था वह अंबेडकर की जयंती थी। आज जब दूसरा चरण आगे बढ़ रहा है तो पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती 25 सितंबर को है, लेकिन रविवार को होने वाली सहूलियत की वजह से इसे आज लॉन्च किया गया। 23 सितंबर को राष्ट्रकवि दिनकर की जयंती के अवसर पर इसी क्रम में पीएम ने उन्हें भी याद किया।

पीएम ने कहा कि मैं चाहता हूं कि हर गरीब परिवार 14555 हेल्पलाइन नंबर याद रखे। इसपर योजना की सारी जानकारी मिल जाएगी। पीएम ने स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों की जानकारी भी दी। मोदी ने कहा कि 4 सालों में देश में डेढ़ लाख वेलनेस सेंटर तैयार करने का लक्ष्य है। 4 सालों में देश में 14 नए एम्स की स्वीकृति दी गई। हर राज्य में कम से कम एक एम्स बनाने का काम किया जा रहा है। 82 नए सरकारी मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। भविष्य में एक लाख डॉक्टर तैयार करने की क्षमता विकसित होगी। पीएम ने अंत में कहा कि न्यू इंडिया स्वस्थ हो, न्यू इंडिया सशक्त हो, आप सभी आरोग्य रहें आयुष्मान रहें, यही कामना है।

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