टीचर बनने वालों को अब होगा ये फायदा, 40 साल बाद बदल रहा है BEd कोर्स

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टीचर बनने वालों को अब होगा ये फायदा, 40 साल बाद बदल रहा है BEd कोर्स

नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) हाल ही में सरकीर ने इस शैक्षणिक सत्र से बीएड का चार साल का इंटीग्रेटेड बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) कोर्स लॉन्च किया है। अब नयी खबर यह है कि नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) बीएड में 40 साल बाद बड़े बदलाव कर रहा है। बता दें कि पाठ्यक्रम स्तर पर


नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) हाल ही में सरकीर ने इस शैक्षणिक सत्र से बीएड का चार साल का इंटीग्रेटेड बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) कोर्स लॉन्च किया है। अब नयी खबर यह है कि नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन (एनसीटीई) बीएड में 40 साल बाद बड़े बदलाव कर रहा है। बता दें कि पाठ्यक्रम स्तर पर हो रहे ये बदलाव टीचर बनने का सपना देख रहे लोगों के लिए फायदेमंद होंगे। तो आइए जानते है बीएड में क्या हुए है बदलाव।

एनसीटीई की चेयरपर्सन सतबीर बेदी के अनुसार अभी स्कूल और कॉलेज दोनों स्तरों पर अभी जो भी बीएड कोर्स चल रहे हैं, उनमें शिक्षकों में काउंसि‍लिंग स्किल विकसित करने का प्रावधान नहीं है। हम जल्द ही बीएड इन काउंसलिंग कोर्स लेकर आएंगे। बीएड इन काउंसलिंग कोर्स देशभर के करीब 18 हजार संस्थानों में शुरू किए जाएंगे।

सतबीर बेदी के मुताबिक भविष्य में बीएड स्टूडेंट्स को इंटरनेशनल ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेने का भी अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे स्टूडेंट्स को ग्लोबल एक्सपोजर मिलेगा। वो दुनिया के कई देशों में सीख सकेंगे। संभव है कि सीबीएसई से संचालित मान्यता प्राप्त स्कूलों की तर्ज पर एनसीटीई से मान्यता प्राप्त बीएड कॉलेज भी विदेशों में शिक्षा देने का काम करेंगे।

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बताया गया कि एनसीटीई जल्द ही हर जिले में एक मॉडल बीएड कॉलेज बनाने की दिशा में काम कर रहा है। ये मॉडल कॉलेज जिले के अन्य कॉलेजों के लिए आदर्श उदाहरण पेश करने का काम करेंगे। ऐसे करीब 700 कॉलेज बनाए जाएंगे जिनमें 70 हजार से ज्यादा शिक्षकों को प्रशिक्षण मिल सकेगा। सरकारी आंकड़ों के अनुसार देश में तकरीबन 19 लाख विद्यार्थी/शिक्षक हर साल बीएड करते हैं। वही हमारे देश में सिर्फ तीन लाख शिक्षकों की जरूरत है। डिमांड और सप्लाई में बड़ा अंतर है। इस अंतर को जल्द से जल्द कम करना काउंसिल की जरूरत है।

बता दें कि मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी हाल में ही एनसीटीई वेब पोर्टल लॉन्च किया है। यहां टीचर एजुकेशन से जुड़े डिप्लोमा, सर्टिफिकेट व डिग्री के दस्तावेजों की ऑनलाइन जांच हो सकेगी। बीएड या टीचिंग कोर्स कर रहे स्टूडेंटस को वेबपोर्टल फायदेमंद होगा। उन्हें दस्तावेजों के लिए एनसीटीई कार्यालय के चक्कर नहीं काटने होंगे। ये सभी जान‍कारियां उन्हें वेब पोर्टल के जरिए मिल जाएंगी। इस तरह पोर्टल पर दी गई जानकारियां स्टूडेंट्स को आसानी से मिलेंगी।

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