जानिए क्यों मुश्किल में हैं कांग्रेस को झटका देने वाले यशपाल एंड सन्स !
चुनाव से ऐन पहले भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम कर कांग्रेस को बड़ा झटका देने वाले यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य अब खुद मुश्किल में हैं। हालांकि यशपाल आर्य के सामने बाजपुर विधानसभा में कोई बड़ी चुनौती नहीं है लेकिन सूत्रों की मानें तो यशपाल आर्य के लिए सबसे बड़ी चुनौती भाजपा
चुनाव से ऐन पहले भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम कर कांग्रेस को बड़ा झटका देने वाले यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य अब खुद मुश्किल में हैं। हालांकि यशपाल आर्य के सामने बाजपुर विधानसभा में कोई बड़ी चुनौती नहीं है लेकिन सूत्रों की मानें तो यशपाल आर्य के लिए सबसे बड़ी चुनौती भाजपा के ही कार्यकर्ता हैं।
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खबर है कि जिस तरह से भाजपा ने यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य को पार्टी में सुबह शामिल करके शाम को टिकट दे दिया उससे भाजपा कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। कहा ये भी जा रहा है कि इसके बाद से भाजपा कार्यकर्ता बाजपुर और नैनीताल विधानसभा में मन से यशपाल और उनके बेटे संजीव के लिए प्रचार भी नहीं कर रहे हैं।
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बाजपुर और नैनीताल दोनों ही सीटों पर भाजपा के टिकट के दावेदार नेता बगावत तक कर चुके हैं। बाजपुर में सुनीता बाजवा कांग्रेस में शामिल होकर कांग्रेस के टिकट पर यशपाल आर्य के खिलाफ ताल ठोक रही हैं तो नैनीताल में भाजपा से बगावत पर हेम आर्या ने निर्दलीय ताल ठोक दी है।
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ऐसे में जो बाजपुर विधानसभा सीट यशपाल आर्य के लिए आसान मानी जी रही थी, वहीं पर अब यशपाल की राह आसान नहीं दिख रही है, ऐसा ही हाल नैनीताल में उनके बेटे की सीट पर भी। ऐसे में देखना ये होगा कि एक-एक सीट पर जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही भाजपा अब इन सीटों पर अपने कार्यकर्ताओं की नाराजगी से कैसे निपटती है।
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