CBSE स्कूलों में 10वीं के छात्रों को अब देना होगी बोर्ड परीक्षा
CBSE स्कूलों में दसवीं क्लास में सात साल के अंतराल के बाद बोर्ड परीक्षाओं की वापसी होने वाली है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की फैसला लेने वाली प्रमुख बॉडी, गवर्निंग बॉडी ने मंगलवार को बदलाव संबंधी फैसले पर मुहर लगा दी। अब अगले साल से 10वीं के स्टूडेंट को बोर्ड का एग्जाम देना होगा। मानव संसाधन विकास मंत्री
CBSE स्कूलों में दसवीं क्लास में सात साल के अंतराल के बाद बोर्ड परीक्षाओं की वापसी होने वाली है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की फैसला लेने वाली प्रमुख बॉडी, गवर्निंग बॉडी ने मंगलवार को बदलाव संबंधी फैसले पर मुहर लगा दी। अब अगले साल से 10वीं के स्टूडेंट को बोर्ड का एग्जाम देना होगा।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) इस महीने के अंत में बैठक करेगा और इसमें अगले शैक्षणिक सत्र से दसवीं बोर्ड परीक्षा को अनिवार्य बनाने का प्रस्ताव पारित होगा।
उन्होंने कहा था कि मुझे विश्वास है कि 2017-18 शैक्षणिक सत्र से सभी छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा अनिवार्य होगी। यह अनुचित है कि 2.3 करोड़ छात्र विभिन्न राज्य बोर्ड की परीक्षा दे रहे हो जबकि 20 लाख छात्र बोर्ड परीक्षा नही दे रहे हों।
गौरतलब है कि सीबीएसई ने छह साल पहले दसवीं में बोर्ड की परीक्षा देने को वैकल्पिक कर दिया था।
इसके तहत कुल अंकों का 80 प्रतिशत हिस्सा बोर्ड एग्जाम पर और 20 प्रतिशत हिस्सा आंतरिक मूल्यांकन पर आधारित होगा।
सीबीएसई ने एक सर्वे किया था, जिसमें ज्यादातर ने सहमति जताई थी कि दसवीं का बोर्ड एग्जाम अनिवार्य हो।
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