इस कंपनी में महिला कर्मचारियों को मिलेगी ‘मासिक धर्म’ में छुट्टी

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इस कंपनी में महिला कर्मचारियों को मिलेगी ‘मासिक धर्म’ में छुट्टी

लंदन: एक ब्रिटिश कंपनी अपनी महिला कर्मचारियों के लिए पीरियड पॉलिसी बनाने जा रही है। इससे कंपनी का वर्किंग कंडीशन औऱ वर्क कल्चर अच्छा बना रहेगा। ये ब्रिटेन में पहली कंपनी होगी जो ऐसी पॉलिसी बनाएगी। कोएक्सिस्ट नाम की इस कंपनी में 31 कर्मचारी हैं, इनमें 24 महिलाएं हैं। यह कंपनी आर्टिस्ट, एक्टिविस्ट व कम्युनिटी संस्थाओं के लिए काम करती हैं। नई


इस कंपनी में महिला कर्मचारियों को मिलेगी ‘मासिक धर्म’ में छुट्टी

इस कंपनी में महिला कर्मचारियों को मिलेगी ‘मासिक धर्म’ में छुट्टीलंदन: एक ब्रिटिश कंपनी अपनी महिला कर्मचारियों के लिए पीरियड पॉलिसी बनाने जा रही है। इससे कंपनी का वर्किंग कंडीशन औऱ वर्क कल्चर अच्छा बना रहेगा। ये ब्रिटेन में पहली कंपनी होगी जो ऐसी पॉलिसी बनाएगी। कोएक्सिस्ट नाम की इस कंपनी में 31 कर्मचारी हैं, इनमें 24 महिलाएं हैं। यह कंपनी आर्टिस्ट, एक्टिविस्ट व कम्युनिटी संस्थाओं के लिए काम करती हैं।

नई पॉलिसी के तहत यदि किसी महिला को मंथली साइकिल के दौरान परेशानी होती है, तो वे टाइम ऑफ लेकर घर जा सकती है। ये सिकनेस लीव में शामिल नहीं होगा। कंपनी इस पॉलिसी को 15 मार्च को शुरू कर सकती है। कंपनी ने इसके लिए सेमिनार का आयोजन भी किया है।

कंपनी की डायरेक्टर बेक्स बेक्स्टर ने कहा कि मैं स्टॉफ की महिला सदस्यों के साथ कई सालों से काम कर रही हूं। मैंने देखा है कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं पर काम का बोझ कैसे दोगुना हो जाता है, क्योंकि वह असहनीय दर्द से गुजरती हैं। पर वे इस बात को साथियों से छिपाती हैं। वह घर भी वापस नहीं जा सकती हैं। यह गलत है। कोएक्सिस्ट में हम एक-दूसरे की समस्याओं को समझते हैं। यदि किसी कर्मचारी को किसी भी तरह का दर्द होता है तो वे एक-दूसरे को घर जाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। पर इस मामले में ऐसा नहीं है। इसलिए हम ये पॉलिसी ला रहे हैं। यह कहना गलत है कि उन्हें छुट्‌टी देने से काम प्रभावित होगा। यह प्राकृतिक प्रक्रिया है, इसके लिए महिलाओं को काफी एहतियात भी बरतनी पड़ती है। हमें नकारात्मक बातें छोड़कर समाज के लिए कुछ सकारात्मक पहल करनी होगी।

1947 से जापान में दी जाती है पीरियड्स में छुट्टी

पीरियड्स में छुट्‌टी देने की घोषणा सबसे पहले 1947 में जापान ने की थी। साउथ कोरिया, ताइवान और इंडोनेशिया में भी कानून है। वहीं, पश्चिमी देशों में भी इसके लिए कई महिला संगठन जागरुकता आंदोलन चला रहे हैं। हालांकि भारत में किसी भी निजी और सरकारी संस्था में इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है। वहीं चीन के शांक्सी, हुवेई, ग्वांगदोंग और अनहुई प्रांतों में महिलाओं को पीरियड्स में छुट्‌टी के लिए कानूनी प्रावधान है। पर 20% महिलाएं इसलिए छुट्‌टी नहीं लेती हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे सहयोगियों से काम में पिछड़ जाती हैं।

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