उत्तराखंड | मुख्यमंत्री ने दूसरे हेलीकॉप्टर समिट का वेबिनार के माध्यम से किया शुभारंभ

  1. Home
  2. Dehradun

उत्तराखंड | मुख्यमंत्री ने दूसरे हेलीकॉप्टर समिट का वेबिनार के माध्यम से किया शुभारंभ

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को सचिवालय में वेबिनार के माध्यम से दूसरे हेलीकॉप्टर समिट का शुभारंभ किया। नागरिक उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार तथा फिक्की द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस सम्मेलन में देश में हेली सेवाओं की स्थिति एवं संभावनाओं पर चर्चा की गई। इस अवसर पर विशेषज्ञों द्वारा ‘‘हेलीकॉप्टर


उत्तराखंड | मुख्यमंत्री ने दूसरे हेलीकॉप्टर समिट का वेबिनार के माध्यम से किया शुभारंभ

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को सचिवालय में वेबिनार के माध्यम से दूसरे हेलीकॉप्टर समिट का शुभारंभ किया।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार तथा फिक्की द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस सम्मेलन में देश में हेली सेवाओं की स्थिति एवं संभावनाओं पर चर्चा की गई।

इस अवसर पर विशेषज्ञों द्वारा ‘‘हेलीकॉप्टर द्वारा क्षेत्रीय संपर्क में मजबूती और आपात स्थिति में अवसर‘‘ पर अपने विचार भी रखे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सामरिक दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। प्रदेश की सीमाएं 2 देशों से जुड़ी हैं। राज्य में हवाई सेवाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

जौली ग्रांट एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तथा पंतनगर एयरपोर्ट ग्रीन एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जा रहा है। वर्तमान में राज्य में 50 हेलीपेड स्थापित हैं, जबकि राज्य में अतिरिक्त हेलीपैडों की स्थापना के लिए भारत सरकार से अनुरोध किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष राज्य में देश के पहले हेलिकॉप्टर समिट का आयोजन किया था जो सफल रहा था। इस सम्मेलन में कई सुझाव भी प्राप्त हुए थे इसकी एसओपी तथा गाइड लाइन भी जारी की गई थी।

विगत एक वर्ष में हेली सेवाओं में काफी विस्तार हुआ है। इस बार कोरोना के कारण वर्चुअल समिट का आयोजन करना पड़ रहा है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि ये संकट जल्द खत्म होगा और शीघ्र जीवन सामान्य होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हेली सेवाएं हमारे राज्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। उत्तराखण्ड उड़ान योजना  2.0 के अन्तर्गत हैलीकॉप्टर सेवाएं आरम्भ करने वाला पहला राज्य है।

योजना के अन्तर्गत बेहतर कार्य करने हेतु राज्य को प्रोएक्टिव पुरूस्कार भी प्रदान किया गया है। उत्तराखण्ड में तमाम तरह के आकर्षण है। देवभूमि के साथ-साथ यहा देवस्थान, नेशनल पार्क हिमालय, औली, हर्षिल जैसे सुरम्य प्राकृतिक स्थल है।

राज्य में उड़ान सेवा 2.0 के अधीन पवन हंस द्वारा देहरादून, टिहरी, श्रीनगर हेली सेवा आरम्भ की गई है। राज्य में वर्षात में कई दिक्कते होती है।

आपात स्थिति में हेली सेवा बेहतर सेवा है। अभी पिथौरागढ़ में आयी आपदा के दौरान 55 लोगों को हेलीकॉप्टर द्वारा सुरक्षित स्थानो पर पहुंचाया गया।

उत्तराखण्ड आपदा के लिहाज से बहुत संवेदनशील रहा है। इसलिए किसी तरह की आपदा में राहत और बचाव कार्यों में हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल कई लोगों की जान बचा रहा है।

उन्होंने कहा कि भविष्य में हल्द्वानी, अल्मोड़ा, धारचूला को भी उड़ान योजना से जोडा जायेगा। गौचर के साथ गुप्तकाशी तथा बड़कोट के लिए सेवा आरम्भ करने के प्रयास किये जा रहे हैं।

कोविड-19 के संक्रमण से बचाव हेतु यात्रियों को पूर्ण रूप से स्क्रीनिंग की जा रही है तथा भारत सरकार की सभी गाइडलाइन्स का पालन किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उड़ान योजना से प्रदेश देश के कई प्रमुख शहरों से सीधी हवाई सेवाओं से जुड़ा है। देहरादून अब बेंगलरू, हैदराबाद, वाराणासी, मुंबई, जयपुर, अमृतसर जैसे शहरों से सीधी फ्लाइट से जुड़ा है।

पंतनगर एयरपोर्ट को ग्रीन एयर पोर्ट के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह राज्य का पहला ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट होगा। इसके लिए भूमि चयनित कर ली गई है।

पिथौरागढ़ एयरपोर्ट पर भी सुविधाएं बढ़ाने के प्रयास कर रहे हैं। पंतनगर कृषि प्रधान जनपद होने के कारण यहां के एग्रोवेस व फ्रोजन उद्योग, राइस मिलो ऑफ सीजन सब्जियों, फलों व फूलो को विदेशों में निर्यात करने से किसानों को भी अच्छा फायदा होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्मेलन में प्राप्त तकनीकि सुझावों पर ध्यान देकर प्रदेश में इससे सम्बन्धित योजनाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जायेगा।

इस अवसर पर केन्द्रीय नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने कहा कि देश में एवियेशन के क्षेत्र में सरकारी व निजी क्षेत्र ने बेहतर कार्य किया है। कोरोना काल में मेडिशिन एवं मेडी उपकरण आदि लाने व ले जाने में ये सहयोगी बने है।

देश के विभिन्न भागों में इसके विकास एवं मजबूती की व्यापक संभावनाये तलाशे जाने की भी उन्होंने बात कही।खरोला ने कहा कि हेली सेवायें आम आदमी के दायरे में आये इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने इसके लिए अन्य खर्चों में कमी करने पर बल दिया।

हेली सेवाओं के लिये सहस्त्रधारा हैलीपैड को माडल हैलीपैड बताते हुए उन्होंने राज्यों को हेली सेवाओं की मजबूती के लिये पूरा सहयोग का भरोसा दिया। सम्मेलन में तकनीकि सत्र के दौरान भी विषय विशेषज्ञों द्वारा अपने सुझाव रखे गये।

इस अवसर पर सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर, संयुक्त सचिव नागरिक उड्डयन भारत सरकार ऊषा पांधी, तेलंगाना के परिवहन सचिव सुनील शर्मा, अध्यक्ष फिक्की संगीता रेड्डी, चेयरमेन फिक्की जनरल एवियेशन टास्कफोर्स पूर्व चेयरमैन एचएएल एवं पवन हंस हेलीकॉप्टर लि0 आर0के0त्यागी, चेयरमैन फिक्की, सिविल एवियेशन कमीटी एवं एमडी एयर बस इंडिया रेमी मैलार्ड, मुख्यमंत्री के उड्डयन सलाहकार दीप श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

उत्तराखंड के रोचक वीडियो के लिए हमारे Youtube चैनल को SUBSCRIBE जरुर करें–   http://www.youtube.com/c/UttarakhandPost

Twitter– https://twitter.com/uttarakhandpost

Facebook Page– https://www.facebook.com/Uttrakhandpost

Instagram-https://www.instagram.com/postuttarakhand/          

uttarakhand postपर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़  google newsपर फॉलो करे