“सीमाओं की रक्षा में उत्तराखण्ड के सैनिकों का गौरवशाली स्थान”
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर शहीद सैनिकों के त्याग एवं बलिदान का स्मरण करते हुए सेवारत सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों, उनके आश्रितों तथा शहीद सैनिकों के परिजनों के कल्याण के लिए अधिक से अधिक सहयोग करने की अपील की है। सशस्त्र सेना झण्डा दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सशस्त्र सेना झण्डा दिवस के अवसर पर शहीद सैनिकों के त्याग एवं बलिदान का स्मरण करते हुए सेवारत सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों, उनके आश्रितों तथा शहीद सैनिकों के परिजनों के कल्याण के लिए अधिक से अधिक सहयोग करने की अपील की है।
सशस्त्र सेना झण्डा दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री रावत ने कहा है कि सशस्त्र सेनाओं द्वारा राष्ट्रहित में दिये गये बलिदान के लिये हम कृतज्ञ हैं तथा उन्हे नमन करते है।
उन्होंने कहा कि सैन्य इतिहास में देश की सीमाओं की रक्षा में उत्तराखण्ड के सैनिकों का गौरवशाली स्थान रहा है। राज्य सरकार ने भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के कल्याण के लिए भी अनेक कल्याणकारी योजनाये शुरू की है। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से भूतपूर्व सैनिकों, शहीदों के परिवारों के कल्याण और पुनर्वास के लिये उदारतापूर्वक यथाशक्ति योगदान करने की अपील भी की है।
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