ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदुए के दखल पर CM गंभीर, अधिकारियों की ली बैठक

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ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदुए के दखल पर CM गंभीर, अधिकारियों की ली बैठक

उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में तेंदुएं के बढ़ते हमले की घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को वन विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदुओ के आक्रमण से बचने के लिए लोमड़ी और सियार की ब्रीडिंग को


उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में तेंदुएं के बढ़ते हमले की घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शुक्रवार को वन विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में तेंदुओ के आक्रमण से बचने के लिए लोमड़ी और सियार की ब्रीडिंग को शुरु किया जाए। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कुते पालने के लिए प्रोत्साहित किया जाय।

मुख्यमंत्री रावत ने ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय बनवाने और प्रकाश व्यवस्था के सम्बन्ध में  ठोस कार्ययोजना शीघ्र तैयार करने के भी निर्देश दिए ताकि ग्रामीणों को रात के वक्त जंगली जानवरों से सुरक्षा प्राप्त हो सके। उन्होंने गांवों के आस-पास से झाड़ियों को समाप्त करने के लिए वन विभाग को मिशन स्तर पर एक अभियान शुरु करने को भी कहा। रावत ने जंगली सूअरों को पकड़ने के लिए हंटरस की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।

राज्य में बन्दरों, तेन्दुओं और जगंली सुअरों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के जीवन व कृषि सम्पति को होने वाली भारी हानि पर चिन्ता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार जनता की समस्याओं के प्रति गम्भीर है। राज्य में बन्दर, जंगली सूअर जैसी प्रजाति के कुछ जानवर स्थानीय प्रजातियों के अस्तित्व के लिए खतरा बन गये है तथा फसलों को नुकसान पहुचांने के साथ ही यह बहुत से रोगों को भी फैलाते है। ग्रामीण क्षेत्रों में बन्दरों, तेन्दुओ तथा जगंली सुअरों के आतंक के कारण पलायन बढ़ रहा है जिससे शहरी क्षेत्रों में जनसख्ंया दबाव बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वन क्षेत्रों में जंगली व स्थानीय प्रजाति के फसलों व फलों के बीजों का छिड़काव सुनिश्चित किया जाय ताकि वन्य प्राणियों को वनों में पर्याप्त भोजन प्राप्त हो सके। वन क्षेत्रों में जलाशय व ट्रेन्चस के निमार्ण को भी तीव्र किया जाय। राज्य में लोमड़ी व सियार आदि की ब्रीडिंग आरम्भ की जाय जिससे कि जंगली जानवरों के आतंक को नियंत्रित किया जा सके। कैम्पा के अन्तर्गत भारत सरकार से इस सम्बन्ध में अनुरोध किया जाय। गांव के आस-पास के क्षेत्रों से झाड़ियों को समाप्त करने के लिए वन विभाग द्वारा एक गहन अभियान चलाया जाय। ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय व प्रकाश की व्यवस्था के लिए कार्ययोजना शीघ्र तैयार की जाय।

बैठक में मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह, अपर मुख्य सचिव एस रामास्वामी तथा वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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