अगर 29 अप्रैल को केदारनाथ जाएंगे हरीश रावत को होगा बड़ा विवाद !
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इस बार केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के मौके पर 29 अप्रैल को केदारनाथ धाम में आना तो चाहते हैं लेकिन रावत कहते हैं कि उनके 29 अप्रैल को केदारनाथ पहुंचने पर विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है। हरीश रावत ने इस बारे में अफने
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत इस बार केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के मौके पर 29 अप्रैल को केदारनाथ धाम में आना तो चाहते हैं लेकिन रावत कहते हैं कि उनके 29 अप्रैल को केदारनाथ पहुंचने पर विवाद की स्थिति पैदा हो सकती है।
हरीश रावत ने इस बारे में अफने फेसबुक पेज पर लिखा है कि मैं यदि 29 तारीख को केदारनाथ पहुंचता हूं, तो एक बड़ा विवाद होगा क्योंकि मुझे विरोध करना पड़ेगा। मेरी आत्मा इस बात को स्वीकार नहीं कर रही है कि मेरे उत्तराखंड के आराध्य देव शिव को लोक कल्याणकारी, जीवंत स्वरूप के बजाय पर्यटकीय दृष्टिकोण से लेजर शो के माध्यम से दिखाया जाएगा, इसलिए मैंने फैसला किया है कि अब मैं 29 तारीख के बजाय 8 तारीख की शाम को केदारनाथ पहुंचूंगा और भगवान केदार के दर्शन भी करूंगा और ये भी देखूंगा कि नरेंद्र मोदी जी तीन बार केदारनाथ आ चुके हैं, क्या परिवर्तन केदारनाथ की यात्रा में आया है, जो हमने नहीं प्रारंभ किया था।
रावत ने आगे लाखि कि मैं उन विकास कार्यों को भी देखना चाहूंगा जिनको भाजपा मोदी कृपा से हुए हैं बता रही है। आखिर देश और दुनिया को ये तो मालूम होना चाहिए कि प्रधानमंत्री जी केदारनाथ तीन-तीन बार आ रहे हैं, तो क्या ऐसा खास हो रहा है जिससे दुनिया कह सके कि, शाबाश मोदी! अभी, जहां तक मेरी जानकारी है मुझे कुछ नहीं दिखाई दे रहा है वहां होता हुआ, जिसको यह कहा जाए कि नई सरकार ने किया है, केवल एक राजनीति होती हुई दिखाई दे रही है।
(उत्तराखंड पोस्ट के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं, आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)
पर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़ पर फॉलो करे