उत्तराखड के संजय को मलेशिया में फांसी की सजा, रिहाई की आस में परिवार

  1. Home
  2. Uttarakhand

उत्तराखड के संजय को मलेशिया में फांसी की सजा, रिहाई की आस में परिवार

वर्ष 2013 में में मलेशिया के कुआलालम्पुर में ड्रग के बैग के साथ पकड़े गए उत्तराखंड की राजधानी देहरादून निवासी संजय सिंह चौहान को मलेशिया की पिनांग हाई कोर्ट ने फांसी की सजा सुनायी है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट संजय के परिजन अपने बेटे की रिहाई


उत्तराखड के संजय को मलेशिया में फांसी की सजा, रिहाई की आस में परिवार

वर्ष 2013 में में मलेशिया के कुआलालम्पुर में ड्रग के बैग के साथ पकड़े गए उत्तराखंड की राजधानी देहरादून निवासी संजय सिंह चौहान को मलेशिया की पिनांग हाई कोर्ट ने फांसी की सजा सुनायी है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट

संजय के परिजन अपने बेटे की रिहाई के लिए भटक रहे हैं लेकिन उन्हें राहत नहीं मिल पायी है। अब इस मामले को केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के संज्ञान में लाया गया है।

उत्तराखड के संजय को मलेशिया में फांसी की सजा, रिहाई की आस में परिवार

संजय चौहान की मदद के लिए सुषमा स्वराज को ट्वीट किया गया था जिसके जवाब में आज केंद्रीय विदेश मंत्री ने तीन ट्वीट किए हैं। स्वराज ने कुआलालम्पुर स्थित भारतीय उच्चायोग से मामले से संबंधित जानकारी मांगी थी और उसी से संबंधित भारतीय उच्चायोग के ट्वीट को विदेश मंत्री ने री-ट्वीट किया है।

भारतीय उच्चायोग ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को जानकारी दी है कि संजय सिंह चौहान को पिनांग हाई कोर्ट से नशीले पदार्थों की तस्करी करने के लिए फांसी की सजा सुनायी गई है। संजय का परिवार इस बात से परिचित है, वो फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील कर सकते हैं। भारतीय उच्चायोग संजय के परिवार की हरसंभव मदद करेगा। वे हमारे साथ संपर्क में हैं।

गौरतलब है कि 22 वर्षीय संजय सिंह चौहान देहरादून के चकराता तहसील के अन्तर्गत बिरपा गांव का निवासी है। संजय को बचाने के लिए परिवार दर-दर की ठोकरें खा रहा है। देहरादून से लेकर दिल्ली और मलेशिया तक अपने निर्दोष बेटे को बचाने के लिए संजय के परिजन जा चुके हैं लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली। संजय के पिता टीकम सिंह भी दुर्घटना में घायल होने के बाद बाहर आने जाने में असमर्थ है। संजय के चाचा अर्जुन सिंह ने सीएम त्रिवेंद्र से भी फरियाद लगाई है।

उत्तराखड के संजय को मलेशिया में फांसी की सजा, रिहाई की आस में परिवार

संजय बीटेक की पढ़ाई के बाद दिल्ली में इंदिरा गांधी एयरपोर्ट में प्रीमियम प्लाजा कम्पनी में नौकरी करता था। वर्ष 2013 में संजय की कम्पनी ने उसका पासपोर्ट और वीजा बनाकर उसे मलेशिया भेजा। जब संजय कुआलालम्पुर पहुंचा तो एयरपोर्ट में तलाशी के दौरान उसके बैग से ड्रग्स मिला। इसके बाद संजय को 2014 में फांसी की सजा का ऐलान हुआ था। मामला फिलहाल लंबित है।

uttarakhand postपर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़  google newsपर फॉलो करे