इंडोनेशियाई कलाकारों ने किया रामायण का मंचन, बांधा समां

  1. Home
  2. Uttarakhand
  3. Haridwar

इंडोनेशियाई कलाकारों ने किया रामायण का मंचन, बांधा समां

देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में बाली (इंडोनेशिया) से आए अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक कलाकारों ने बाल्मीकि रामायण का संगीतमय एवं मार्मिक प्रस्तुतिकरण किया। कार्यक्रम का शुभारंभ शांतिकुंज की अधिष्ठात्री शैलजीजी ने दीप प्रज्वलन कर किया। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त इंडोनेशिया के इन 45 कलाकारों ने बाल्मीकि रामायण पर आधारित राजा दशरथ, राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न सहित अयोध्यावासी देव-परिवार


देवसंस्कृति विश्वविद्यालय में बाली (इंडोनेशिया) से आए अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक कलाकारों ने बाल्मीकि रामायण का संगीतमय एवं मार्मिक प्रस्तुतिकरण किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ शांतिकुंज की अधिष्ठात्री शैलजीजी ने दीप प्रज्वलन कर किया। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त इंडोनेशिया के इन 45 कलाकारों ने बाल्मीकि रामायण पर आधारित राजा दशरथ, राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न सहित अयोध्यावासी देव-परिवार की झलक दिखाई।

गुरुकुल में शिक्षा-दीक्षा से लेकर विभिन्न घटनाक्रमों की मार्मिक प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया, तो वहीं राम, सीता व लक्ष्मण के वनवास के दौरान हनुमान की भक्ति एवं दायित्व का निर्वहन की प्रस्तुति ने सभी को रोमांचित कर दिया। उन्होंने आसुरी शक्तियों के विनाश के माध्यम से वर्तमान समय के कुरीतियों से लड़ने के लिए प्रेरित किया।

रावण वध में विभिन्न भावमुद्राओं से युवाओं को अन्याय व अनीति से लड़ने हेतु संकल्पित कराया। करीब सवा घंटे चले रामायण मंचन में कलाकारों ने नृत्य-गीतों एवं भाव भंगिमाओं से कुरीति व अन्याय के विरोध में स्वर मुखर करने हेतु प्रेरित किये। वहीं अपने दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन की अपील की।

इस अवसर पर इंडोनेशिया कलाकारों के वरिष्ठ सदस्य श्री धर्मयश ने कहा कि वाल्मीकि रामायण का यह प्रस्तुतिकरण संगीत की मधुर लहरियों के साथ रोचक अभिव्यक्ति प्रस्तुत करता है। इस मंचन में कलाकारों के नृत्य के चरणों, भाव भंगिमा, विभिन्न मुद्राओं का विशेष महत्व है।

 समापन से पूर्व संस्था की अधिष्ठात्री शैल जीजी ने सभी कलाकारों को मंत्र चादर एवं स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। वहीं श्री धर्मयश ने इंडोनेशियाई काष्ठ कलाकृति विवि परिवार को भेंट किया। इस अवसर पर इंडोनेशिया राष्ट्रपति के सलाहकार कुटट नास्तव, राष्ट्रीय चित्रकार इंडा उदायन, पर्यटन एलाइंस ऑफ बाली के चैयरमेन मंकु पुनिका सहित विश्वविद्यालय के कुलपति श्री शरद पारधी, कुलसचिव श्री संदीप कुमार व विवि परिवार उपस्थित थे।

uttarakhand postपर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़  google newsपर फॉलो करे