घुसपैठ पर ITBP ने केंद्र को सौंपी रिपोर्ट, 200 मीटर अंदर तक आए थे चीनी

  1. Home
  2. Dehradun

घुसपैठ पर ITBP ने केंद्र को सौंपी रिपोर्ट, 200 मीटर अंदर तक आए थे चीनी

उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित बड़ाहोती में भी चीन की कथित घुसपैठ की खबर ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हालांकि सीधे तौर पर घुसपैठ की बात से इनकार किया। लेकिन सीमावर्ती इलाके में चीनी सैनिकों के सक्रिय होने की बात कही। दूसरी तरफ, केंद्र सरकार ने तत्काल


उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित बड़ाहोती में भी चीन की कथित घुसपैठ की खबर ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हालांकि सीधे तौर पर घुसपैठ की बात से इनकार किया। लेकिन सीमावर्ती इलाके में चीनी सैनिकों के सक्रिय होने की बात कही। दूसरी तरफ, केंद्र सरकार ने तत्काल इस मामले पर आईटीबीपी से रिपोर्ट तलब की। इसमें चीनी सैनिकों की तरफ से घुसपैठ किए जाने की बात कही जा रही है।

सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने की जरबरत | मुख्यमंत्री ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य के राजस्व अधिकारी जमीनों की पैमाइश के लिए इस इलाके में गए थे। उन्हें सीमा पर चीनी सेना की हरकत दिखाई। लेकिन उनके घुसपैठ के सवाल पर कहा कि चीनी सैनिकों ने बड़ाहोती नाला पार नहीं किया था। घुसपैठ हुई या नहीं यह आटीबीपी ही बता सकती है। लेकिन यह हमें सतर्क रहने के लिए आगाह करती है। भारत के लिए जरूरी है कि चीन से सटी सीमा पर अपने सुरक्षा इंतजामों और पुख्ता करे और सैनिकों की संख्या बढ़ाने पर नए सिरे से विचार करे। (पढ़ें-उत्तराखंड के चमोली में घुसे थे चीनी सैनिक, CM रावत ने की पुष्टि)

आईटीबीपी ने केंद्र को दी रिपोर्ट | रावत के बयान पर केंद्रीय गृहमंत्रालय ने बुधवार को आईटीबीपी प्रमुख कृष्णा चौधरी को तलब किया। बल के महानिदेशक ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू से मिलकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। उन्होंने सीमा प्रबंधन सचिव सुशील कुमार को भी पूरा ब्योरा दिया। गृहमंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि चीनी सैनिकों की ओर से यह गंभीर अतिक्रमण का मामला नहीं है। इसे तूल नहीं देना चाहिए। हालांकि चीनी हेलीकाॠप्टर के उड़ान भरने के मामले को गंभीरता से लिया गया है।

200 मीटर अंदर तक घुसे चीनी | गृह मंत्रालय को दी गई रिपोर्ट में आईटीबीपी ने बताया कि चीनी सैनिक चमोली के बड़ाहोती सीमा से करीब 200 मीटर भीतर घुस आए थे। वहीं 25 जुलाई को चीनी सेना के हेलीकाॠप्टर ने भारतीय वायु क्षेत्र का उल्लंघन करते हुए सीमा के भीतर उड़ान भरी। इस घटना ने केंद्र को चौकस कर दिया है।

विवादित क्षेत्र पर दोनों देश करते हैं दावा

  • 1957 में दोनों देशों ने माना कि 80 वर्ग किलोमीटर का यह क्षेत्र विवादित, असैन्य क्षेत्र घोषित
  • 1958 में इसपर बातचीत के लिए चीनी दल भारत आया, इलाके में सेना न भेजने पर बनी थी सहमति
  • दोनों देशों के चरवाहें इस इलाको का इस्तेमाल करते हैं, पर भारतीयों को वापस भेजने की आई शिकायते

चमोली का बड़ाहोती

  • 80 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र विवाद के केंद्र में, दोनों मानते नोमैन जोन
  • 190 किलोमीटर दूर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से है
  • 10 किलोमीटर की दूरी पर सबसे नजदीकी बसावट सिलाकांग है
  • 365 किलोमीटर दूर है राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से

दुर्गम इलाका

  • 100 किलोमीटर जोशीमठ से रिमकिम तक रोड से पहुंचा जा सकता है
  • 08 किलोमीटर पैदल चलकर सीमा क्षेत्र तक पहुंचना पड़ता है

uttarakhand postपर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़  google newsपर फॉलो करे