किसानों को मिलेगी राहत, डिजिटल होंगी कृषि ऋण सहकारी समितियों

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किसानों को मिलेगी राहत, डिजिटल होंगी कृषि ऋण सहकारी समितियों

विमुद्रीकरण के बाद प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों से सम्बद्ध काश्तकारों को ऋण सुविधा व अपनी लघु बचत को निकालने में हो रही दिक्कतों को देखते हुये सहकारिता विभाग ने इन समितियों को अब आधुनिक बैंकिंग से जोड़ने के सम्बन्ध में विचार करना शुरू कर दिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा उच्च स्तरीय


विमुद्रीकरण के बाद प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों से सम्बद्ध काश्तकारों को ऋण सुविधा व अपनी लघु बचत को निकालने में हो रही दिक्कतों को देखते हुये सहकारिता विभाग ने इन समितियों को अब आधुनिक बैंकिंग से जोड़ने के सम्बन्ध में विचार करना शुरू कर दिया है।

बुधवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा उच्च स्तरीय बैठक में दिए गए निर्देशों के क्रम में आज सचिव सहकारिता एवं निबंधक सहकारी समितियां उत्तराखण्ड शासन विजय कुमार ढौंडियाल की अध्यक्षता में सहकारी डिजीटल वित्तीय साक्षरता अभियान का प्रारंभ भानियावाला किसान सेवा सहकारी समिति से किया गया। इस अभियान में पीजी कालेज डोईवाला के छात्रों, समिति के सदस्यों व समिति कर्मचारियों को डिजीटल बैंकिग के सम्बन्ध में जानकारियां प्रदान की गई।

इस कार्यक्रम में सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि भानियावाला समिति में मिनी ए.टी.एम. का प्रदर्शन भी किया गया तथा समिति से ही मिनी ए.टी.एम. के माध्यम से सीधे जिला सहकारी बैंक की डोईवाला शाखा से जुड़ कर किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से ट्रांजेक्शन कर के दिखाया गया।

ढौंडियाल द्वारा बताया गया कि भविष्य में सभी समितियों में मिनी ए.टी.एम. की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी ताकि समिति के सदस्यों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। ढौंडियाल द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि सहकारिता विभाग के द्वारा एक वृहद अभियान छेड़ा गया है जिसके अन्तर्गत समिति सदस्यों के खाते जिला सहकारी बैंकों में खुलवाये जा रहे हैं तथा यह उम्मीद जताई है कि दिनांक 20 दिसम्बर, 2016 तक सभी पैक्स सदस्यों के खाते जिला सहकारी बैंकों में खुल जायेंगे तथा उन्हें रूपे किसान क्रेडिट कार्ड दिये जाने की योजना है।

वर्तमान में विमुद्रीकरण के कारण सबसे अधिक परेशानियां समिति के काश्तकार सदस्यों को हो रही थी। राज्य सरकार द्वारा इस सम्बन्ध में व्यक्त की गई चिन्ताओं के मध्यनजर आज निबंधक, सहकारी समितियां द्वारा काश्तकारों को बड़ी राहत प्रदान करते हुये यह राहत प्रदान की गई कि यदि किसी काश्तकार पर खरीफ फसल में लिए गये ऋण की मांग लगी है तो भी उसे रबी फसल के लिए अंश ‘ख’ पर उर्वरक, कीटनाशक दवायें, माईक्रो न्यूट्रेंटस् आदि की ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी ताकि रबी फसल पर किसी प्रकार का प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।

इस कार्यक्रम में एन.पी.एस. ढाका महाप्रबंधक राज्य सहकारी बैंक, राजेश चौहान, जिला सहायक निबंधक, देहरादून, एस.सी. भटनागर सचिव/महाप्रबंधक, जिला सहकारी बैंक लि0 देहरादून, भानियावाला समिति के अध्यक्ष व सचिव सहित समिति सदस्य, कर्मचारी व सदस्यगण उपस्थित रहें।

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