उत्तराखंड | गढ़वाली के बाद तैयार हुई कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकें, अपनी संस्कृति और भाषा सीखेंगे बच्चे
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में अब बच्चे पाठ्य पुस्तकों के जरिए अपनी संस्कृति और भाषा से भी जुड़े रहेंगे और इसको सीखेंगे। गढ़वाली पाठ्य पुस्तकों की तर्ज पर अब कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकें भी तैयार हैं और जल्द ही ये बच्चों के हाथों में नजर आएंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस बारे में बताते हुए
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में अब बच्चे पाठ्य पुस्तकों के जरिए अपनी संस्कृति और भाषा से भी जुड़े रहेंगे और इसको सीखेंगे। गढ़वाली पाठ्य पुस्तकों की तर्ज पर अब कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकें भी तैयार हैं और जल्द ही ये बच्चों के हाथों में नजर आएंगे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस बारे में बताते हुए कहा कि मुझे यह बताते हर्ष है कि हमारी नई पीढ़ी को अपनी भाषाओं से जोड़ने के लिए गढ़वाली पाठ्य पुस्तकों की तर्ज पर अब कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकें भी तैयार हैं। स्कूली बच्चों को कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकों के जरिए हमारी संस्कृति और भाषा से जोड़े रखने में मदद मिलेगी।
मुझे यह बताते हर्ष है कि हमारी नई पीढ़ी को अपनी भाषाओं से जोड़ने के लिए गढ़वाली पाठ्य पुस्तकों की तर्ज पर अब कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकें भी तैयार हैं। स्कूली बच्चों को कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकों के जरिए हमारी संस्कृति और भाषा से जोड़े रखने में मदद मिलेगी। pic.twitter.com/Bw9WyKU3JM
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) December 28, 2019
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