चंद्र ग्रहण आज | गर्भवती महिलाएं जरुर पढ़ें, न करें ये काम
नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) साल का पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी 2020 को लग चुका है, अब 5 जून 2020 को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है।चंद्र ग्रहण 5 जून, शुक्रवार को रात 11 बजकर 16 मिनट पर शुरू होकर रात 2 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगा। यह एक उपछाया ग्रहण
नई दिल्ली (उत्तराखंड पोस्ट) साल का पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी 2020 को लग चुका है, अब 5 जून 2020 को साल का दूसरा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है।चंद्र ग्रहण 5 जून, शुक्रवार को रात 11 बजकर 16 मिनट पर शुरू होकर रात 2 बजकर 32 मिनट पर समाप्त होगा।
यह एक उपछाया ग्रहण होगा जो भारत समेत एशिया, अफ्रीका और यूरोप में नजर आएगा।यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई तो देगा लेकिन इस चंद्र ग्रहण में सूतक से जुड़े नियम नहीं माने जाएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि 5 जून को लगने वाला ग्रहण उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। जिसका अर्थ है कि चंद्रमा पर मात्र एक धुंधली सी छाया पड़ेगी।
चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है जिसमें पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है और सूर्य की रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ पाती है। ग्रहण का असर गर्भवती महिलाओं पर भी पड़ता है और ऐसा माना जाता है कि ग्रहण काल के दौरान गर्भवती महिलाओं को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए वरना उनके और उनके गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुंच सकता है।माना जाता है कि ग्रहण का प्रेगनेंट महिला पर बुरा प्रभाव पड़ता है। हालांकि, इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। वहीं ग्रहण लगने पर गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर निकलने की सलाह दी जाती है। इतना ही नहीं प्रेगनेंट महिला को ग्रहण काल में कुछ भी न खाने और पीने के लिए कहा जाता है।
- चंद्र ग्रहण शुरू हो जाने के बाद घर से बाहर न निकलें।
- गर्भवती महिला कोई भी धातु जैसे कि कड़ा आदि न पहन कर रखे।
- हालांकि, इस दौरान शिशु की रक्षा के लिए अपने पास चाकू रख सकती हैं।
- बासी भोजन न करें और ग्रहण के दौरान कोई कार्य या आराम भी न करें।
- इस समय सोना बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है।
- ग्रहण में कुछ भी खाना या पीना भी वर्जित है।जिस कमरे में गर्भवती महिला रहती है उसके खिड़की और दरवाजों को ढक कर रखें जाकि ग्रहण की किरणें घर में न आएं।
ग्रहण एक प्राकृतिक घटना है जिसका हो सकता है कि किसी की सेहत या गर्भावस्था से कोई संबंध न हो। इसलिए ग्रहण को लेकर फैली मिथ्याओं पर भरोसा करना या नहीं करना, पूरी तरह से आपका निर्णय है।आमतौर पर ग्रहण काल में कुछ भी खाना वर्जित होता है लेकिन गर्भवती महिला को लंबे समय तक भूखा नहीं रहना चाहिए क्योंकि इसकी वजह से शरीर में पानी की कमी हो सकता है। ये मां और शिशु दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। अगर आप ग्रहण काल में कुछ नहीं खाना चाहती हैं तो ग्रहण से पहले ही कुछ खा लें।
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