दर्शन कीजिए मदमहेश्वर धाम के, श्रद्धालुओं के लिए खुले कपाट
रुद्रप्रयाग [उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो] गुरुवार सुबह विधि-विधान और मंत्रोच्चार के बीच भगवान मदमहेश्वर धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। अब अगले छह महीने तक भगवान की पूजा मद्महेश्वर में की जाएगी। गौरतलब है कि शीतकाल में भगवान मदमहेश्वर की पूजा ऊखीमठ स्थित श्री ओंकारेश्वर मंदिर में होती है। मद्महेश्वर धाम ऊखीमठ से 53
रुद्रप्रयाग [उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो] गुरुवार सुबह विधि-विधान और मंत्रोच्चार के बीच भगवान मदमहेश्वर धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। अब अगले छह महीने तक भगवान की पूजा मद्महेश्वर में की जाएगी। गौरतलब है कि शीतकाल में भगवान मदमहेश्वर की पूजा ऊखीमठ स्थित श्री ओंकारेश्वर मंदिर में होती है। मद्महेश्वर धाम ऊखीमठ से 53 किलोमीटर दूर है। यहां से 35 किलोमीटर सड़क से होते हुए रांसी और फिर रांसी से मदमहेश्वर धाम का 18 किलोमीटर का पैदल रास्ता है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App
आपको बता दें कि 17 मई को द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर की डोली रांसी से प्रस्थान कर द्वितीय रात्रि प्रवास के लिए सीमान्त गांव व मद्महेश्वर यात्रा के अहम पड़ाव गौंडार गांव पहुंची और 18 मई को यह डोली गौंडार गांव से प्रस्थान कर अपने धाम मदमहेश्वर पहुंची। चल विग्रह उत्सव डोली के धाम पहुंचने के साथ ही लग्नानुसार द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये गए।
गौरतलब है कि भगवान शिव ने अपने महिषरूप अवतार में पांच अंग, पांच अलग-अलग स्थानों पर स्थापित किए थे। जिन्हें मुख्य केदारनाथ पीठ के अतिरिक्त चार और पीठों सहित पंच केदार कहा जाता है। मदमहेश्वर इन्हीं में से एक है।
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