शहीद कर्नल संतोष बाबू की मासूम बेटी की ये तस्वीर आपको भावुक कर देगी

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शहीद कर्नल संतोष बाबू की मासूम बेटी की ये तस्वीर आपको भावुक कर देगी

हैदराबाद (उत्तराखंड पोस्ट) चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में शहीद हुए तेलंगाना के कर्नल संतोष बाबू की मां मंजुला ने कहा कि उन्हें अपना बेटा खोने का गम तो है, लेकिन देश के प्रति उनके सर्वोच्च बलिदान पर गर्व भी है। उन्होंने कहा कि रविवार की रात ही उनकी कर्नल बाबू से बात हुई थी।


शहीद कर्नल संतोष बाबू की मासूम बेटी की ये तस्वीर आपको भावुक कर देगी

हैदराबाद (उत्तराखंड पोस्ट)  चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में शहीद हुए तेलंगाना के कर्नल संतोष बाबू की मां मंजुला ने कहा कि उन्हें अपना बेटा खोने का गम तो है, लेकिन देश के प्रति उनके सर्वोच्च बलिदान पर गर्व भी है।

उन्होंने कहा कि रविवार की रात ही उनकी कर्नल बाबू से बात हुई थी। उन्होंने सीमा पर तनाव के बारे में चर्चा की थी और बेटे को सतर्क रहने को कहा था। कर्नल बाबू के परिवार को मंगलवार दोपहर में उनकी शहादत की सूचना मिली।

शहीद कर्नल संतोष बाबू की मासूम बेटी की ये तस्वीर आपको भावुक कर देगी
शहीद कर्नल संतोष बाबू की बेटी

कर्नल बाबू के पिता खुद सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना चाहते थे। शहीद बाबू के पिता बी. उपेंद्र ने कहा, ‘मैं खुद सेना में जाना चाहता था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और मुझे बैंक की नौकरी करनी पड़ी, इसलिए मैंने रिश्तेदारों की असहमति के बावजूद अपने बेटे को सेना में भेजा।’

शहीद कर्नल संतोष बाबू की मासूम बेटी की ये तस्वीर आपको भावुक कर देगी

गौरतलब है कि शहीद और घायल हुए सैनिक बिहारी रेंजीमेंट के हैं। तेलंगाना निवासी शहीद कर्नल संतोष बाबू भारतीय टुकड़ी का नेतृत्व कर रहे थे। गलवन घाटी में चीनी सैनिकों के सथ हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 सैन्य कर्मी शहीद हुए हैं। वहीं इस लड़ाई में चीन के भी 40 से अधिक सैनिकों के मारे और घायल होने की खबर है।

16 बिहार बटालियन में बतौर कमांडिंग ऑफिसर तैनात कर्नल बाबू तेलंगाना के सूर्यपेट जिले के रहने वाले थे।

http://uttarakhandpost.com/why-india-china-soldiers-fight-with-stones-and-stick/

कर्नल बाबू सीमा पर तैनात थे और उनकी पत्‍‌नी व बेटा दिल्ली में रह रहे थे। माता-पिता सूर्यपेट में रहते हैं। परिजनों ने बताया कि कर्नल बाबू की जल्द ही हैदराबाद में पोस्टिंग होने वाली थी। इससे परिवार वाले काफी खुश थे।

शहीद यमुना प्रसाद को अप्रैल में फिर छुट्टी आना था लेकिन लॉकडाउन के कारण नहीं आ सके शहीद यमुना प्रसाद का सपना था कि वे रिटायरमेंट के बाद… नीचे देखिए वीडियो-

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