उत्तराखंड में बंपर निवेश, 1 लाख 20 हजार 150 करोड़ रूपए के MoU पर हुए दस्तखत

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उत्तराखंड में बंपर निवेश, 1 लाख 20 हजार 150 करोड़ रूपए के MoU पर हुए दस्तखत

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में Investors Summit में निवेशकों का अच्छा रुझान देखने को मिला। दो दिन के इस समिट में कुल 1 लाख 20 हजार 150 करोड़ रूपए के एमओयू साइन हुए। विभिन्न क्षेत्रों में 601 एमओयू किए गए हैं। Investors Summit के समापन पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा


देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में Investors Summit में निवेशकों का अच्छा रुझान देखने को मिला। दो दिन के इस समिट में कुल  1 लाख 20 हजार 150 करोड़ रूपए के एमओयू साइन हुए। विभिन्न क्षेत्रों में 601 एमओयू किए गए हैं।

Investors Summit के समापन पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में इस सम्मेलन का आयोजन किया गया। केंद्र सरकार का पूरा सहयोग मिला। उन्होंने कन्ट्री पार्टनर जापान व चेक गणराज्य के राजदूतों का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने सिंगापुर के सूचना प्रसारण मंत्री का भी धन्यवाद किया।

मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में प्रतिभाग करने आए उद्यमियों, निवेशकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने सफल आयोजन के लिए इससे जुड़े सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी।

उत्तराखण्ड के वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी ने न केवल उत्तराखण्ड का निर्माण किया था बल्कि इसे विशेष राज्य का दर्जा दिया और विशेष औद्योगिक पैकेज दिया। अब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर औद्योगिक विकास का धरातल तैयार किया है। हम पूंजी निवेश के लिए जो वातावरण बना रहे हैं वो कहीं और नहीं मिल सकता है।
रसना प्राईवेट लिमिटेड के चेयरमैन पिरूज खमबटा ने कहा कि मुख्यमंत्री रावत ने एक चुम्बक की तरह निवेशकों को आकर्षित किया। उन्होंने अहमदाबाद में रोड़ शो के दौरान जिस प्रकार पक्ष रखा उससे हमें लगा कि अगर इन्वेस्टर्स समिट में शामिल नहीं हुए तो बड़ा नुकसान हो जाएगा। इससे भी बड़ी बात है कि नीतियों के संबंध में जो सुझाव दिए गए उन पर काम भी किया गया और दस नई नीतियां बनाई गईं। इनमें कुछ नीतियां तो महाराष्ट्र व गुजरात में भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में फूड प्रोसेसिंग की बहुत सम्भावनाएं हैं। एरोमा के द्वारा यहां के किसानों की आय काफी बढ़ाई जा सकती है। यहां के एरोमा को उत्तराखण्ड की खुशबु के तौर पर पहचान दिलाई जा सकती है।
डिक्सान टेक्नोलोजी के  सुनील वाचानी ने इलेक्ट्रोनिक्स सेक्टर पर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि समय आ गया है जब उत्तराखण्ड में निवेश के लिए उद्यमी आगे आएं। एमिटी यूनिवर्सिटी के चांसलर डाॅ. असीम चैहान ने प्रदेश में स्कूल शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट व रिसर्च में काम करने की इच्छा जताई। भेल के एमडी अनिल सोबती ने कहा कि भेल का उत्तराखण्ड से गहरा नाता है। यहां का पाॅलिसी फ्रेम वर्क, शानदार कनेक्टीवीटी, पर्याप्त स्किल, समृद्ध संस्कृति, राजनीतिक इच्छा शक्ति निवेश को प्रोत्साहित करते हैं।
सीआईआई के सचित जैन ने कहा कि उत्तराखण्ड पहला राज्य है जहां इस प्रकार का इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, डीजीपी श्री अनिल रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, आयुक्त उद्योग  सौजन्या सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री  राजनाथ सिंह व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने  मंजीत नेगी द्वारा लिखित पुस्तक ‘‘केदारनाथ से साक्षात्कार’’ का विमोचन भी किया।

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