नमामि गंगे योजना के कार्य 31 दिसम्बर 2018 तक पूर्ण करने के निर्देश

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नमामि गंगे योजना के कार्य 31 दिसम्बर 2018 तक पूर्ण करने के निर्देश

देहरादून [उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो] केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जहाजरानी, जलसंसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत उत्तराखण्ड में किये जा रहे कार्यों को 31 दिसम्बर, 2018 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये है। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि इस योजना के अन्तर्गत पूर्ण होने वाली योजनाओं के रख-रखाव की जिम्मेदारी भी


नमामि गंगे योजना के कार्य 31 दिसम्बर 2018 तक पूर्ण करने के निर्देश

देहरादून [उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो]  केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जहाजरानी, जलसंसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत उत्तराखण्ड में किये जा रहे कार्यों को 31 दिसम्बर, 2018 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये है।

उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि इस योजना के अन्तर्गत पूर्ण होने वाली योजनाओं के रख-रखाव की जिम्मेदारी भी कार्यदायी संस्था को सौंपी जाए। गंगा यमुना के अतिरिक्त काली गंगा, राम गंगा के साथ ही सहायक नदियों के सीवेज ट्रीटमेंट की भी कार्ययोजना बनायी जाए।

केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने देहरादून को भी नमामि गंगे योजना में शामिल करने पर सहमति जतायी है। उन्होंने अधिकारियों व कार्यदायी संस्थाओं को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि सीवेज ट्रीटमेंट के बाद गंदा पानी नदियों में न प्रवाहित हो।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्य सचिव एवं सम्बंधित विभागीय अधिकारियों व कार्यदायी संस्थाओं के प्रमुखों के साथ उत्तराखण्ड में संचालित नमामि गंगे की योजनाओं की सोमवार को आई.एस.बी.टी. के समीप स्थित एक स्थानीय होटल में समीक्षा करते हुए केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि उत्तराखण्ड में संचालित नमामि गंगे के 1191 करोड रूपये के 66 कार्य प्रस्तावित है। इन योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन व गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा के अधीन सुनिश्चित करने के निर्देश भी केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने दिये।

नमामि गंगे योजना के कार्य 31 दिसम्बर 2018 तक पूर्ण करने के निर्देश

केन्द्रीय मंत्री गडकरी ने सुझाव दिया कि सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट(एस.टी.पी.) के पानी की रिसाइक्लिंग कर उसके व्यवसायिक उपयोग की दिशा में भी पहल की जाए। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे के अधीन किये जाने वाले कार्यों के लिये धनराशि की कमी नही होने दी जायेगी। इसके लिये केन्द्र सरकार द्वारा तकनीकि सहयोग भी दिया जायेगा। गंगा की शुद्धता से जुडी योजनाओं के वित्तीय सहयोग पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि रिवरफ्रंट डेवलपमेंट के कार्यों के साथ ही घाटो, मोक्षधाम आदि के निर्माण के लिए सीएसआर के अधीन वित्तीय सहयोग लिया जायेगा, इसके प्रयास किये जा रहे है।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने केन्द्रीय मंत्री गडकरी को आश्वस्त किया कि नमामि गंगे सहित प्रदेश में केन्द्र के सहयोग से संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन की गति में तेजी लायी जायेगी। योजनाएं निर्धारित समय अवधि में पूर्ण हो, इसके लिये भी प्रभावी प्रयास किये जा रहे है।

इस अवसर पर सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी एवं अपर सचिव राघव लंगर ने प्रदेश में नमामि गंगे के अन्तर्गत संचालित योजनाओं व कार्यक्रमों का प्रस्तुतिकरण दिया गया।

बैठक में केन्द्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, सांसद हरिद्वार रमेश पोखरियाल ’निशंक’, राज्य मंत्री धन सिंह रावत, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित थे। (उत्तराखंड पोस्ट के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैंआप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं)

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