वफादारी का इनाम | रावत सरकार में मंत्री बने नवप्रभात और राजेन्द्र भंडारी

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वफादारी का इनाम | रावत सरकार में मंत्री बने नवप्रभात और राजेन्द्र भंडारी

उत्तराखंड पोस्ट की खबर पर आखिरकार मुहर लग ही गई। हरीश रावत मंत्रिमंडल में दो नए मंत्रियों को शामिल कर लिया गया। विकासनगर से कांग्रेस विधायक नवप्रभात और बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी को आज सुबह राजभवन में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। उत्तराखंड पोस्ट ने पहले ही अपने पाठकों को बता दिया था कि


उत्तराखंड पोस्ट की खबर पर आखिरकार मुहर लग ही गई। हरीश रावत मंत्रिमंडल में दो नए मंत्रियों को शामिल कर लिया गया। विकासनगर से कांग्रेस विधायक नवप्रभात और बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी को आज सुबह राजभवन में मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। उत्तराखंड पोस्ट ने पहले ही अपने पाठकों को बता दिया था कि दो नए मंत्रियों के रूप में नवप्रभात और राजेंद्र भंडारी शपथ लेंगेंगे। (पढ़ें-फाइनल हुए दो नए मंत्रियों के नाम, जानें किसकी चमकेगी किस्मत ?)

आज राजभवन में राज्यपाल डॉ केके पॉल ने विधायक नवप्रभात और राजेंद्र भंडारी को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इस दौरान मुख्यमंत्री हरीश रावत और कई मंत्री मौजूद रहे। अब कैबिनेट में अधिकतम 12 मंत्री हो गए हैं। भंडारी बदरीनाथ और नवप्रभात विकासनगर के विधायक हैं। दोनों पहले भी मंत्री रहे हैं।
मंत्री पद पर दोनों के चयन को सियासी संतुलन साधने के तौर पर देखा जा रहा है। बीते मार्च माह से 55 दिन तक चले सियासी संकट के दौरान सरकार का साथ देने में विधायकों की भूमिका को देखते हुए मुख्यमंत्री को आखिरकार मंत्रिमंडल की सीटें भरने के फैसले को मूर्त रूप देना पड़ा। राजेंद्र भंडारी को कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री सतपाल महाराज का करीबी माना जाता रहा है। सियासी संकट के दौरान भंडारी महाराज के बजाए मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ मजबूती से खड़े रहे।

वहीं नवप्रभात भी कभी पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा खेमे में शुमार माने जाते रहे, लेकिन हरीश रावत सरकार के संकटमोचक के तौर पर उन्होंने अहम भूमिका निभाई। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने सियासी संतुलन साधते हुए गढ़वाल मंडल के खाते में ही मंत्रिमंडल की दोनों सीटें देना बेहतर समझा। मंत्रिमंडल की एक सीट पूर्व काबीना मंत्री और रुद्रप्रयाग के पूर्व विधायक हरक सिंह रावत की बगावत के चलते रिक्त हुई थी

गौरतलब है कि मंगलवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत दिल्ली गए थे और उन्होंने सोनिया गाँधी से मुलाकात कर नए मंत्रियों के नामों को लेकर चर्चा की थी। रावत ने कहा भी था कि आलाकमान की मंजूरी के बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। (पढ़ें-मंत्रिमंडल पर सोनिया गांधी से की CM रावत ने चर्चा, ये बन सकते हैं नए मंत्री !)

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