नीतीश का PM मोदी पर तंज, कहा- अपने बेटे को खोज रही है मां गंगा ?

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नीतीश का PM मोदी पर तंज, कहा- अपने बेटे को खोज रही है मां गंगा ?

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गंगा की स्थिति के बहाने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसके हुए निशाना साधा है। नीतीश ने कहा कि गंगा की स्थिति पर आज रोना आता है। हमारा जन्म गंगा नदी के किनारे हुआ। पढ़ाई-लिखाई भी गंगा किनारे हुई। आज देखता हूं कि गंगा पतली और छिछली हो


नीतीश का PM मोदी पर तंज, कहा- अपने बेटे को खोज रही है मां गंगा ?

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गंगा की स्थिति के बहाने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसके हुए निशाना साधा है। नीतीश ने कहा कि गंगा की स्थिति पर आज रोना आता है। हमारा जन्म गंगा नदी के किनारे हुआ। पढ़ाई-लिखाई भी गंगा किनारे हुई। आज देखता हूं कि गंगा पतली और छिछली हो गई है। ऐसा इसके प्रवाह को रोकने के कारण हुआ है। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App –https://play.google.com/store/apps/details?id=app.uttarakhandpost

नीतीश ने कहा कि लोग कब-कब गंगा का नाम लेते हैं, उसमें नहीं जाना चाहता हूं। उन्होंने बिना नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला भी बोला। नीतीश ने कहा कि वे कहते थे कि गंगा मां ने मुझे बुलाया है। पर, मैं जब बनारस गया तो वहां के लोग बोले कि गंगा मां बुला रही है, कहां गया बेटा? उन्होंने कहा कि हम सारे लोगों से कहेंगे कि चाहे वे राजनीतिक लोग हों या सामाजिक। सोच-समझ कर कुछ बोलें। एक नेता हैं जो रोज बयान बदलते हैं।

नीतीश का PM मोदी पर तंज, कहा- अपने बेटे को खोज रही है मां गंगा ?

नीतीश गंगा की अविरलता पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पटना के गंगा का पानी लोग घर में रखते थे। उस पानी के रंग में कोई बदलाव नहीं होता था। आज स्थिति वैसी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार बाढ़ के समय 32 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हुआ था। वहीं फरक्का सिर्फ 24 लाख क्यूसेक डिस्चार्ज करता है। बाकी पानी चारों ओर फैला। इसका परिणाम हुआ कि बहुत दिनों तक बाढ़ की समस्या को बिहार ने झेला। आंख के सामने बाढ़ आ रही है। पानी घुस रहा है। कभी बख्तियारपुर में पानी नहीं आता था, जो इस बार आया। फरक्का से न सिर्फ बिहार बल्कि पश्चिम बंगाल को भी परेशानी हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हुगली में सिल्टेशन की बात हो रही है। आज के दौर में रिवर राइन पोर्ट की आवश्यकता नहीं है।

राष्ट्रीय जलमार्ग योजना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा में बराज की कई शृंखलाएं बनेंगी। हमने केंद्रीय मंत्री गडकरी का बयान देखा है। ऐसा हुआ तो गंगा की अविरलता खत्म हो जाएगी। गंगा नदी बड़े-बड़े तालाब में परिवर्तित हो जाएगी। हमलोग इसे स्वीकार नहीं कर सकते हैं। गंगा का संबंध सिर्फ बिहार से नहीं, बल्कि पूरे देश से है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में गंगा प्रवेश करती है तो 400 क्यूसेक पानी रहता है। बांग्लादेश से करार है देश से 1500 क्यूसेक पानी आगे जाना चाहिए। यह बिहार का ही पानी है जो बांग्लादेश जाता है। बिहार को पानी के उपयोग पर पाबंदी है। बाढ़ हम झेलें और पानी का उपयोग आप करें।

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