रंग लाएगी डीएम बंसल की मुहिम, ग्रामीण इलाकों में ऐसे मिलेंगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं

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रंग लाएगी डीएम बंसल की मुहिम, ग्रामीण इलाकों में ऐसे मिलेंगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं

भीमताल/ नैनीताल (उत्तराखंड पोस्ट) दूरदराज के ग्रामीण ईलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर तरीके से पहुंचाने के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल पूरी तत्परता से लगे हुए हैं। उनका कहना है कि टेलीमेडिसिन सेवाएं पर्वतीय क्षेत्रों में बेहतर ईलाज सुविधाएं पहुंचाने में आज के वक्त की जरूरत है तथा टेलीमेडिसिन सेवाएं वर्तमान स्वास्थ्य सेवा में रीढ़


रंग लाएगी डीएम बंसल की मुहिम, ग्रामीण इलाकों में ऐसे मिलेंगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं

भीमताल/ नैनीताल (उत्तराखंड पोस्ट) दूरदराज के ग्रामीण ईलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर तरीके से पहुंचाने के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल पूरी तत्परता से लगे हुए हैं। उनका कहना है कि टेलीमेडिसिन सेवाएं पर्वतीय क्षेत्रों में बेहतर ईलाज सुविधाएं पहुंचाने में आज के वक्त की जरूरत है तथा टेलीमेडिसिन सेवाएं वर्तमान स्वास्थ्य सेवा में रीढ़ का काम करेंगी।

उनका मानना है कि भौगोलिक परिस्थितयों के चलते दूरदराज के लोगों तक सरकार द्वारा चलायी जा रहीं जन स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर तरीके से नहीं पहुंच पाती हैं और लोगो को उनका लाभ सही से नहीं पहुंच पाता है।

बंसल ने बताया कि यूं तो बेहतर स्वास्थ्य सभी के लिए जरूरी है, लेकिन बच्चों एवं महिलाओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य पहुंचाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ बच्चा एवं स्वस्थ मां समाज व राष्ट्र की धरोहर है।

जिलाधिकारी बंसल ने स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए जिले में विभिन्न प्रकार के एप तैयार कराए हैं जिनका लोकार्पण आगामी 1 दिसम्बर को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा किया जाएगा।

बंसल का प्रयास है कि जिले के दूरस्थ ईलाकों में टेलीमेडिसिन सेवा बहाल हों, इस दिशा में उन्होंने काफी हद तक सफलता भी हासिल कर ली है। जिले के दुर्गम ब्लाॅक ओखलकाण्डा तथा बेतालघाट के लोगों को सुशीला तिवारी चिकित्सालय से ऑनलाईन सुविधाएं मिलने लगेंगी। टेलीमेडिसिन सेवा का जिलाधिकारी के निर्देशन में तकनीकी परीक्षण भी सफलता पूर्वक हो गया है। इस सेवा का भी लोकार्पण मुख्यमंत्री द्वारा किया जाएगा।

रंग लाएगी डीएम बंसल की मुहिम, ग्रामीण इलाकों में ऐसे मिलेंगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं

स्वास्थ्य महकमें द्वारा तैयार किए गए विभिन्न एप का प्रदर्शन विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी सविन बंसल के सम्मुख किया गया। उन्होंने प्रदर्शन के उपरान्त स्वास्थ्य महकमें को कई दिशा-निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी बंसल ने बताया कि स्वस्थ और खुशहाल जीवन की ओर अग्रसर किए जाने के लिए जनपद में स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल किया जा रहा है,इसके लिए गरीब बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण, उनके बेहतर ईलाज की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग के साथ ही बाल विकास तथा शिक्षा विभाग कों सौंपी गयी है। स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों के बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य ईलाज के लिए सूद पोर्टल तैयार किया गया है। इसके माध्यम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ती तथा एएनएम आंगनबाड़ी व स्कूलों में जाकर बीमार बच्चों का डाटा ऑनलाईन तैयार करेंगे।

ऑनलाईन डाटा के अनुसार बच्चों को जिला चिकित्सालय तथा पीएचसी में भेजकर निःशुल्क ईलाज दिलाया जाएगा तथा बच्चों के उच्च ईलाज के लिए भी एक वाहन की व्यवस्था कर दी गई है, जिससें बीमार बच्चें देहरादून तथा एम्स ऋषिकेश जाकर ईलाज करा सकेंगे। उन्होंने कहा कि स्कूल एवं आंगनबाड़ी के बच्चों को बेहतर एवं त्वरित ईलाज सेवाएं देने के लिए सूद पोर्टल आने वाले समय में रामबाण सिद्ध होगा।

बंसल ने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में होम डिलीवरी (प्रसव) को रोकने तथा राजकीय चिकित्सालयों में प्रसव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पर्वतीय क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा एएनएम केन्द्रों में कुशल प्रसव कराये जाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि विकासखण्ड भीमताल के भौर्सा, हल्द्वानी के दौलतपुर, हल्दूचैड़ तथा विकासखण्ड रामगढ़ के मौना व प्यूड़ा स्वास्थ्य केन्द्रों को प्रसव कराये जाने के लिए सुसज्जित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि विकासखण्ड ओखलकाण्डा तथा बेतालघाट में प्रसव केन्द्रों को विकसित करने के लिए कार्यवाही गतिमान है। बंसल ने बताया कि जनपद में 39 एएनएम उपकेन्द्र हैं, इन सभी में प्रसव की सुविधाएं जल्द ही बहाल कर दी जायेंगी।

स्वास्थ्य सेवाओं को ग्रामीण ईलाकों में धरातल तक उतारने में आशा कार्यकर्तियों की अहम भूमिका है। आशाओं की बेहतरी के लिए तृप्ति पोर्टल तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि आशा स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ है। स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों के संचालन में आशा की अहम भूमिका है। आशा का कार्य स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्र के माध्यम से लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कार्यक्रम भी जनपद में आशाओं के माध्यम से क्रियांवित किए जा रहे हैं। आशा तृप्ति पोर्टल की विशेषताऐं बताते हुए उन्होंने कहा कि आशा प्रोत्साहन राशि में पारदर्शिता लाना, आशा प्रोत्साहन राशि प्रदान करने में सुगमता प्रदान करना, प्रोत्साहन राशि की जानकारी आशा तक आसानी से पहुॅचाना तथा आशा के हितों में किए जा रहे कार्यों की जानकारी आशाओं तक पहुॅचाना है। उन्होंने कहा कि आशाओं को सरकार द्वारा संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, परिवार कल्याण तथा अन्य स्वास्थ्य सम्बन्धी प्रोत्साहन राशियाॅ दी जाती हैं।

बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ भारती राणा, एसीएमओ डॉ रश्मि पन्त, डॉ टीके टम्टा, केअर एक्सपर्ट कम्पनी के प्रतिनिधि शिवम पुण्डीर, पीयूष के अलावा डॉ सतीश पन्त, डॉ एनसी तिवारी, डॉ गौरव काण्डपाल, डॉ मोहन भट्ट, डॉ शबाना, डीपीएम मदन मेहरा आदि मौजूद थे।

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