सामने आई रोहित शेखर मामले में FIR की कॉपी, पढ़ें उस दिन कब-कब, क्या-क्या हुआ था ?

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सामने आई रोहित शेखर मामले में FIR की कॉपी, पढ़ें उस दिन कब-कब, क्या-क्या हुआ था ?

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड एवं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की हत्या का मामला भले ही पुलिस के लिए अभी पहेली बना हुआ है लेकिन अब इस मामले में एफआईआर की कॉपी सामने आ गई है। इस एफआईआर के मुताबिक मैक्स अस्पताल ने पुलिस को जानकारी दी कि रोहित


सामने आई रोहित शेखर मामले में FIR की कॉपी, पढ़ें उस दिन कब-कब, क्या-क्या हुआ था ?

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड एवं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की हत्या का मामला भले ही पुलिस के लिए अभी पहेली बना हुआ है लेकिन अब इस मामले में एफआईआर की कॉपी सामने आ गई है।

इस एफआईआर के मुताबिक मैक्स अस्पताल ने पुलिस को जानकारी दी कि रोहित शेखर तिवारी (उम्र-40 साल), जिन्हें एमरजेंसी में उनकी पत्नी अपूर्वा द्वारा एमएलसी नंबर 6249/19 पर भर्ती कराया गया था, इन्हें चैकअप के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया है।

एफआईआर के अनुसार एसआई राकेश और कांस्टेबल भूपेंद्र को अस्पताल कॉल पर रवाना किया गया। वहां पहुंचरप पुलिस को पता चला कि रोहित शेखर तिवारी को जांच के बाद डॉक्टर मुरली मनोहर खत्री ने मृत घोषित कर दिया गया था। एमएलसी में लिखा गया था मरीज को मिस्टर राजीव (घर पर काम करते है और दूर के रिश्तेदार है) इनके द्वारा मकान नंबर C-329 डिफेन्स कॉलोनी से अस्पताल लाया गया।

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साथ ही लिखा है कि 16 अप्रैल 2019 को शाम चार बजकर 41 मिनट पर एम्बुलेंस की मांग की गई, जिस पर मौके पर एम्बुलेंस पहुचीं और पाया गया कि एक कार में बेहोश हालात में रोहित थे। रोहित को उस कार से उठाकर एम्बुलेंस में लेकर अस्पताल आया गया, सीपीआर दिया गया लेकिन मरीज को न तो सांस आ रहा था न ही जिंदगी का कोई साइन नहीं दिख रहा था। रोहित को एमरजेंसी में लाया गया उस दौरान भी रोहित के शरीर में न कोई प्लस थी, न सांस आ रही थी। प्रोटोकॉल के हिसाब से दो ईसीजी की गई और उसके बाद रोहित को मृत घोषित कर दिया गया।

सामने आई रोहित शेखर मामले में FIR की कॉपी, पढ़ें उस दिन कब-कब, क्या-क्या हुआ था ?

इसके बाद पुलिस के सीनियर अधिकारी रोहित के घर पहुंच, वहां पर सीएफएल टीम ने सबूत जुटाए। उस वक्त मौके पर किसी ने भी रोहित की मौत को लेकर कोई शक जाहिर नहीं किया सबके ब्यान लिए, उसके हिसाब से सीआरपीसी 174 अमल में लाई जा रही थी।

सामने आई रोहित शेखर मामले में FIR की कॉपी, पढ़ें उस दिन कब-कब, क्या-क्या हुआ था ?

इसके बाद 17 अप्रैल को एम्स के मेडिकल बोर्ड में शामिल डॉक्टरों ने रोहित शेखर के शव का पोस्टमोर्टम किया और 18 अप्रैल को पोस्टमोर्टम रिपोर्ट पुलिस को दी गई, जिसमे अप्राकृतिक मौत, जुर्म 302 हत्या पाया गया और इसके हिसाब से आईपीसी की धारा 302 दर्ज की गई।

बहरहाल इसके बाद से ही पुलिस ने रोहित शेखर की पत्नी के साथ ही रोहित के भाई और घर में मौजूद नौकरों से भी पूछताछ की और घर से सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले, जिसमें दो सीसीटीवी बंद पाए गए। इस मामले में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घर में उस दिन कोई बाहरी व्यक्ति नहीं आया था, जिसके बाद पुलिस को शक है कि किसी करीबी ने ही रोहित की हत्या की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी रोहित की मौत दम घुटने से होने की बात सामने आई है और यह भी पता चला कि रोहित की मौत 16 अप्रेल को ही रात करीब एक से दो बजे के बीच हुई, मतलब रोहित करीब 16 घंटे तक मृत अवस्था में अपने बैड पर पड़ा रहा।

बहरहाल मामले में किसी करीबी के शामिल होने का पुलिस को शक है और रोहित की मां ने भी ये खुलासा किया है कि रोहित पिछले कुछ समय से तनाव में था और शादी के बाद से ही उसकी पत्नी से लगातार अनबन होती रहती थी। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर अपनी जांच कर रही है।

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