सियासत की विरासत को आगे बढ़ाने पर इन दिग्गज कांग्रेसियों का पूरा जोर

  1. Home
  2. Uttarakhand
  3. Udhamsinghnagar

सियासत की विरासत को आगे बढ़ाने पर इन दिग्गज कांग्रेसियों का पूरा जोर

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भल ही एक परिवार से एक ही टिकट की अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं लेकिन कांग्रेस में अपने पैर जमा चुके नेता अब परिवारवाद को आगे बढ़ाने में पुरजोर तरीके से लगे हुए हैं। अपनी सियासत की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में नेता पूरी


कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भल ही एक परिवार से एक ही टिकट की अपनी मंशा जाहिर कर चुके हैं लेकिन कांग्रेस में अपने पैर जमा चुके नेता अब परिवारवाद को आगे बढ़ाने में पुरजोर तरीके से लगे हुए हैं। अपनी सियासत की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में नेता पूरी शिद्दत से लगे हुए है।

कांग्रेस में अपने परिवार के लिए टिकट की मांग कर ना सिर्फ इन नेताओं के दवाब से पार्टी को टिकट चयन में मुश्किल आ रही है बल्कि पार्टी का झंडा-डंडा उठाने वाले कार्यकर्ता खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। कांग्रेस में ऐसे करीब आधा दर्जन से ज्यादा नेता हैं, जो खुद के लिए तो टिकट चाहते ही हैं साथ ही अपने परिवार के सदस्यों के लिए भी टिकट के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं।

सियासत की विरासत को आगे बढ़ाने पर इन दिग्गज कांग्रेसियों का पूरा जोर

बात चाहे खुद मुख्यमंत्री हरीश रावत की हो या फिर दिग्गज मंत्री इंदिरा हृद्येश और यशपाल आर्य की। सभी लोग चाहते हैं कि उनके साथ-साथ टिकट उनके पुत्र और पुत्री को भी मिले। मुख्यमंत्री की पुत्री हरिद्वार जिले की दो सीट से टिकट का दावा ठोक चुकी हैं। प्रदेश संगठन में महामंत्री का अहम ओहदा संभाल रहे उनके पुत्र की चुनाव लड़ने की हसरत कई बार जग-जाहिर हो चुकी है।

वहीं काबीना मंत्री डॉ इंदिरा हृदयेश अपने पुत्र के पांव सियासत में जमाने के लिए लंबे अरसे से मशक्कत कर रही हैं। वे अपने पुत्र को अपनी हल्द्वानी विधानसभा सीट से चुनाव लड़वाना चाहती हैं और खुद किसी आस-पास की ही सीट से विधानसभा पहुंचना चाहती हैं।

इसी राह पर एक और काबीना मंत्री यशपाल आर्य भी हैं। वे भी अपने पुत्र को अपने प्रभाव वाले क्षेत्र से टिकट दिलाने की जी-तोड़ कोशिश में जुटे हैं। ऐसा ही कुछ कहानी काबीना मंत्री राजेंद्र भंडारी की भी है।

अब इनमें से कितने नेताओं को हसरत पूरी होगी और उनके पार्टी से टिकट मिलेगा ये तो उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद ही साफ होगा लेकिन फिलहाल ये नेता अपनी सियासत की विरासत को आगे बढ़ाने में पूरी शिद्दत से जुटे हुए हैं।

uttarakhand postपर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़  google newsपर फॉलो करे