शिरडी दर्शन के लिए जा रहे हैं तो जरुर पढ़ें- अनिश्चित काल तक बंद हो सकता है शिरडी शहर, जानिए वजह

  1. Home
  2. Country

शिरडी दर्शन के लिए जा रहे हैं तो जरुर पढ़ें- अनिश्चित काल तक बंद हो सकता है शिरडी शहर, जानिए वजह

शिरडी (उत्तराखंड पोस्ट) अगर आप शिरडी जाने के लिए सोच रहे हैं तो ये खबर आपको थोड़ा परेशान कर सकती है। हिंदू और मुसलमानों की आस्था के प्रतीक साईं बाबा का शहर शिरडी अनिश्चित काल तक बंद हो सकता है। अनिश्चितकाल तक बंद किए जाने का मतलब ये कि अब शिरडी में साईं बाबा के


शिरडी दर्शन के लिए जा रहे हैं तो जरुर पढ़ें- अनिश्चित काल तक बंद हो सकता है शिरडी शहर, जानिए वजह

शिरडी (उत्तराखंड पोस्ट) अगर आप शिरडी जाने के लिए सोच रहे हैं तो ये खबर आपको थोड़ा परेशान कर सकती है। हिंदू और मुसलमानों की आस्था के प्रतीक साईं बाबा का शहर शिरडी अनिश्चित काल तक बंद हो सकता है। अनिश्चितकाल तक बंद किए जाने का मतलब ये कि अब शिरडी में साईं बाबा के दर्शन के लिए जाने वाले उनके भक्तों को अपने बाबा के दर्शन तो मिलेंगे लेकिन शिरडी शहर में न पानी मिलेगा,न खाना मिलेगा और न ही रहने की सुविधा होगी।

दरअसल इसके पीछे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का एक बयान है। इस बयान में उन्होंने कहा था कि परभणी जिले के नजदीक पाथरी गांव में साईं बाबा के जन्म स्थान पर 100 करोड़ के विकास काम करवाएंगे। पाथरी गांव में इस प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा। सीएम के इस एलान के बाद शिरडी के लोग नाराज हैं।

मुख्यमंत्री के इस फैसले का शिरडी के लोग विरोध कर रहे हैं। इन लोगों का कहना है कि पाथरी को लेकर अगर सरकार अपना फैसला वापस नहीं लेगी तो वो कोर्ट जाएंगे।

शिरडी दर्शन के लिए जा रहे हैं तो जरुर पढ़ें- अनिश्चित काल तक बंद हो सकता है शिरडी शहर, जानिए वजह

साईं मंदिर के पूर्व ट्रस्टी अशोक खांबेकर का कहना है कि साईंबाबा ने कभी भी अपने जन्म, धर्म पंथ के बारे में किसी को नहीं बताया। बाबा सर्वधर्मसमभाव के प्रतीक थे। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे गलत जानकरी दी गई है। खांबेकर का कहना है कि मुख्यमंत्री पहले साई सत चरित्र का अध्ययन करें और उसके बाद कोई फैसला लें।

अशोक खांबेकर ने बताया इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी साईंबाबा के जन्मस्थान को लेकर ऐसा बयान दे चुके हैं। राष्ट्रपति 1 अक्टूबर 2018 को साईं बाबा समाधि शताब्दी समारोह का उद्धघाटन करने आए थे। उन्होंने भी कहा था कि पाथरी गांव साईबाबा का जन्मस्थान है और इसके विकास के लिए मैं काम करूंगा। उस समय भी राष्ट्रपति के इस वक्तव्य का विरोध किया गया था।

uttarakhand postपर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़  google newsपर फॉलो करे