उत्तराखण्ड में तकनीकी शिक्षा के स्तर में सुधार की जरूरत: राज्यपाल

  1. Home
  2. Dehradun

उत्तराखण्ड में तकनीकी शिक्षा के स्तर में सुधार की जरूरत: राज्यपाल

उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय के 5वें दीक्षांत समारोह में उत्तराखण्ड के राज्यपाल डाॅ.कृष्ण कांत पाल ने उत्तराखण्ड में तकनीकी शिक्षा के स्तर में सुधार की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों को अपनी छवि और स्तर बनाये रखने के लिये स्वयं से सम्बद्ध शिक्षण संस्थानों की कड़ी निगरानी/सुपरविज़न करने के लिये एक सशक्त अनुश्रवण


उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय के 5वें दीक्षांत समारोह में उत्तराखण्ड के राज्यपाल डाॅ.कृष्ण कांत पाल ने उत्तराखण्ड में तकनीकी शिक्षा के स्तर में सुधार की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों को अपनी छवि और स्तर बनाये रखने के लिये स्वयं से सम्बद्ध शिक्षण संस्थानों की कड़ी निगरानी/सुपरविज़न करने के लिये एक सशक्त अनुश्रवण तंत्र(माॅनिटरिंग मैकेनिजम) विकसित करना होगा। स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिये विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को भी विद्यार्थियों और अध्ययन(स्टडीज़) पर अधिक ध्यान केन्द्रित करना होगा।
समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने शिक्षण संस्थानों और औद्योगिक संस्थानों के बीच बेहतर तालमेल को आवश्यक बताते हुए कहा कि इससे तकनीकी स्नातकों के रोजगार की स्थिति में अपेक्षित सुधार होगा।
उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रमों में उत्तराखण्ड से संबंधित ऐसे विषयों को सम्मिलित करना चाहिए जो भारी वर्षा वाले क्षेत्रों में सड़क निर्माण तथा भूस्खलन, आदि जैसे विशिष्ट समस्याओं से जुड़े हों।
उन्होंने उत्तराखण्ड के परिपे्रक्ष्य में विश्वविद्यालयों की भूमिका पर बोलते हुए कहा कि विश्वविद्यालयों का लक्ष्य हो कि वे पहाड़ी राज्य के लिये प्रासंगिक ज्ञान को अपने पाठ्यक्रमाों में इस तरह शामिल करें कि प्राकृतिक आपदाओं से बचाव, पर्वतीय कृषि, ऊर्जा का दोहन, जैविक संसाधनों, जड़ी-बूटी आधारित औषधियों तथा बुुनियादी ढ़ांचे के विकास में प्रभावी रूप से उपयोगी हो। उन्होंने वनाग्नि, भूकम्प, बाढ़ व भूस्खलन जैसी दैवीय आपदाओं की पूर्व चेतावनी पर अधिक प्रभावी ढ़ंग से शोध करने के लिये शोधार्थियों को प्रेरित करने की आवश्यकता भी जताई।
राज्यपाल ने छात्रों को गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षिण दिये जाने पर बल देते हुए कहा कि प्रशिक्षण ऐसा हो जिससे सरलता से रोजगार प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि तकनीकी विकास से औद्योगिक विकास के क्षेत्र में भी बेहतर परिणाम होंगे। कम कीमत पर गुणवत्तायुक्त उत्पादों की उपलब्धता के लिये आवश्यक है कि औद्योगिक क्षेत्रों के अनुकूल/उपयुक्त व स्तरीय तकनीकी शिक्षा प्रदान की जाय, इसका रोजगार उपलब्धता की स्थिति पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने विश्वविद्यालयों का आह्वान करते हुए कहा कि छात्रों में रचनात्मकता और नवाचार की प्रवृत्ति को विकसित करने के लिये उन्हें स्वयं के विषयों से संबंधित प्रोजेक्ट्स/कार्यक्रमों के प्रति प्रोत्साहित करना होगा। हमें छात्रों द्वारा चुने गये क्षेत्र में उनके अन्दर नेतृत्व का गुण विकसित करना चाहिए, उच्च शिक्षा में मात्रा और गुणवत्ता दोनों को बनाये रखना होगा।
राज्यपाल ने दीक्षान्त समारोह में उपाधि प्राप्त छात्रों को बधाई देते हुए कहा, ‘‘आप मानव इतिहास की सबसे शक्तिशाली युवा पीढ़ी हैं क्योंकि आपके पास ऐसी अद्वितीय तकनीक है जिसकी पहले किसी पीढ़ी ने कल्पना नहीं की थी। कृपया यह सुनिश्चित करें कि इस तकनीकी शक्ति से अर्जित विद्वता/प्रतिभा को देश और समाज के हित में उपयोग करें।
मुझे विश्वास है कि अर्जित ज्ञान के आधार पर आप प्रत्येक क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे। अपनी रचनात्मकता और नवाचार कौशल के माध्यम से सभी समस्याओं का कुशलता से समाधान करेंगे। ऐसा प्रयास करें कि आपको  रोजगार न तलाशना पड़े बल्कि आप रोजगार प्रदाता बन सकें।’’
उन्होंने छात्रों पर विश्वास जताया कि 2020 तक भारत को विकासशील से विकसित देश में तब्दील करने के श्रेष्ठ उद्देश्य को अपने जीवन का लक्ष्य बनायेंगे। भारत के पूर्व राष्ट्रपति डाॅ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम की बात को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि भारत की कुल आबादी में से 54 करोड़ आबादी 25 वर्ष से कम आयु की है जिसमें आप भी शामिल है। व्यावसायिक योग्यता के माध्यम से ‘‘ट्रांसफोर्मिग इण्डिया’’ के महान उद्देश्य को पूरा किया जा सकता है। आप जैसे नौजवान आधुनिक भारत के तकनीकी अग्रेता है। अपने सम्बोधन में राज्यपाल ने यह भी कहा कि अच्छे शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए सूचना एवं संचार तकनीकी की सभी आधुनिक तरीकों की शैक्षणिक पद्धति की सहायता ली जानी चाहिए। उन्होंने विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षकांे और गैर शैक्षणिक कार्मिकों को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी।

uttarakhand postपर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़  google newsपर फॉलो करे