सल्ट को सौगात, 14 घोषणाओं के शासनादेश जारी, कई योजनाओं का शिलान्यास

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सल्ट को सौगात, 14 घोषणाओं के शासनादेश जारी, कई योजनाओं का शिलान्यास

सल्ट (अल्मोड़ा) [उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो] सल्ट को उनके महान त्याग और बलिदान के आधार पर कुमाऊं की बारदोली की संज्ञा दिलवाना समस्त सल्ट निवासियों की सुसंगठित एवं सुदृढ़ शक्ति का परिणाम है। भारत माता को स्वतन्त्र कराने के लिए देश में सर्वत्र बलिदान एवं आहुतियां हुई पर इतिहास प्रसिद्ध बारदोली इसी क्षेत्र को कहा गया।


सल्ट (अल्मोड़ा) [उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो] सल्ट को उनके महान त्याग और बलिदान के आधार पर कुमाऊं की बारदोली की संज्ञा दिलवाना समस्त सल्ट निवासियों की सुसंगठित एवं सुदृढ़ शक्ति का परिणाम है। भारत माता को स्वतन्त्र कराने के लिए देश में सर्वत्र बलिदान एवं आहुतियां हुई पर इतिहास प्रसिद्ध बारदोली इसी क्षेत्र को कहा गया। यह बात मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मंगलवार को खुमाड़, सल्ट में शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कही।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि देश की आजादी में हमारे शहीदों का अभूतपूर्व योगदान है, जिसे भुलाया नही जा सकता है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को सल्ट के विधायक सुरेन्द्र सिंह जीना ने कुमाऊ की बारडोली नामक एक पुस्तक भेंट की। इस कार्यक्रम में केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, विधायक सुरेन्द्र जीना सहित अन्य उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि 1942 की जनक्रान्ति का व्यापक असर पूरे देश के साथ-साथ सल्ट में भी पड़ा। सल्ट के कार्यकर्ताओं ने सभाओं द्वारा आजादी की घोषणा की तथा भारत छाडो नारे को बुलन्द किया। स्वतन्त्रता संग्राम में सल्ट का बलिदान सदा अविस्मरणीय रहेगा।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि हमारा संकल्प है कि हम 2021 तक पूरे प्रदेश में बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और शौचालय की सुविधा प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचायेंगे। इसके लिये प्रत्येक विभाग के लक्ष्य निर्धारित किये जायेंगे। उन्होंने संस्थागत भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कही और कहा कि कोई भी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जायेगा तो उसके खिलाफ कडी कार्रवाई की जायेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिये 13 नये पर्यटन स्थलों को विकसित करने की तैयारी की जा रही है। इसके साथ ही केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश की अधिकांश सड़कों को राष्ट्रीय राज्य मार्ग घोषित कर दिया गया है। हवाई सेवाओं को बढ़ावा देने के लिये जनपद के चैखुटिया में हवाई अड्डे का निर्माण किया जा रहा है। चिन्यालीसैण, पिथौरागढ़ व पंतनगर हवाई अडडों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक पर्यटक उत्तराखण्ड में आ सके।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिये 203 डाक्टरों का चयन कर लिया गया है, जिन्हें दूरस्थ क्षेत्रों में भेजा जायेगा। इसके साथ ही 250 आबादी वाले गांवों को सड़क से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमारे पर्वतीय क्षेत्र की सबसे गम्भीर समस्या पलायन की है। इसके लिये एक आयोग का गठन कर दिया गया है। जिसमें विषय विशेषज्ञों को रखा गया है, जो इस पर अध्ययन करेंगे। उन्होंने कहा कि 670 न्याय पंचायतों को विकसित कर वहां पर महिला समूह व महिलाओं को स्वालम्बी बनाने का कार्य किया जायेगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने 313.46 लाख रू0 की लागत की 07 योजनाओं का शिलान्यास किया। जिनमें से राज्य योजना अन्तर्गत विधानसभा क्षेत्र सल्ट में जाख से डांग से मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं सी0सी0 का कार्य लागत 51.42 लाख रू0, राज्य योजना के अन्तर्गत सल्ट में मुख्य मोटर मार्ग सैढमानुर तक मोटर मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य लागत 55.22 लाख रू0, विधानसभा क्षेत्र सल्ट-बरकिन्डा-मानिला डोटियाल मोटर मार्ग में मानिला से बिष्ट बाखली तक मार्ग का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य लागत 60.61 लाख रू0, बरकिन्डा-मानिला मोटर मार्ग से रतखाल बाजार मोटर मार्ग का डामरीकरण एवं नाली निर्माण का कार्य लागत 19.36 लाख रू0, जमरिया गांव तक रोड़ का सुधारीकरण एवं डामरीकरण का कार्य लागत 37.15 लाख रू0, सल्ट में मुख्य मोटर मार्ग से भौनादेवी मन्दिर सम्पर्क मार्ग का सुधारीकरण, डामरीकरण एवं डिफैक्ट कटिंग का कार्य लागत 44.93 लाख रू0 भौनडाडा से जामड़ी-जैखाल मोटर मार्ग के अवशेष भाग के डामरीकरण का कार्य लागत 44.77 लाख रू0 प्रान्तीय खण्ड लोक निर्माण विभाग रानीखेत द्वारा राज्य योजना के अन्तर्गत इन कार्यों को किया जायेगा। इस अवसर पर उन्होंने हंसी ढुंगा, ढुगरकोट जिसमें 190 गांव लाभान्वित होगें उसके लिये पम्पिंग योजना की स्वीकृति प्रदान की।

इस अवसर पर उन्होंने पूर्व में हुई 14 घोषणायें जिनका शासनदेश पूर्व मे नहीं हुआ था उसका शासनादेश किये जाने की बात कही। जिनमें मानिला में मिनी स्टेडियम का निर्माण, ईको पार्क का निर्माण, झिमार पम्पिंग योजना, सल्ट बाजार में हाईटैक शौचालय का निर्माण, मानिला में रिवर राफ्टिंग का निर्माण, मरचूला में झील निर्माण, इनालू हेतु लिफ्ट निर्माण, सल्ट के पुराने मंदिरों का निर्माण, मेटला में पूल का निर्माण, हरड़ा से भिकियासैण की सड़क का नाम स्व0 गोपाल सिंह रावत के नाम से करने की घोषणा सहित अन्य योजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गई।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने हिमालय बचाओं दिवस की सभी को प्रतिज्ञा दिलायी और कहा कि यह एक अच्छी पहल शुरू की गई है, इसमें हम सभी को सहयोग प्रदान करना होगा।

इस अवसर पर केन्दीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा ने शहीदों को श्रद्धांजली देते हुए कहा कि सल्ट क्षेत्र वीरो की भूमि रही है। शहीदों को हमारी सच्ची श्रद्धाजंलि तभी सिद्ध होगी जब हम उनकी भावनाओं के अनुरूप क्षेत्र के विकास के लिए संगठित होकर कार्य करेंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री को क्षेत्र की अनेक समस्याओं से भी अवगत कराया।

कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भटट, विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चैहान, सल्ट के विधायक सुरेन्द्र जीना न भी अपने विचार रखते हुए कहा सल्ट के विकास के लिए सरकार पूर्णरूप से कटिबद्ध है। यहां का विकास सुनियोजित ढंग से करने के प्रयास किये जायेंगे।  

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