आपदा प्रभावितों के लिए बनेंगे अस्थाई पक्के मकान: रावत

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आपदा प्रभावितों के लिए बनेंगे अस्थाई पक्के मकान: रावत

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को पिथौरागढ़ के दैवीय आपदा से प्रभावित बस्तड़ी गांव का निरीक्षण किया गया। मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्र बसतड़ी गांव का भ्रमण कर आपदा प्रभावित क्षेत्र में चल रहे खोजबीन एवं राहत कार्य में भाग लिया इसके बाद मुख्यमंत्री ने आपदा पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।


मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को पिथौरागढ़ के दैवीय आपदा से प्रभावित बस्तड़ी गांव का निरीक्षण किया गया। मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा जनपद के आपदा प्रभावित क्षेत्र बसतड़ी गांव का भ्रमण कर आपदा प्रभावित क्षेत्र में चल रहे खोजबीन एवं राहत कार्य में भाग लिया इसके बाद मुख्यमंत्री ने आपदा पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने उनके दुख में शामिल होकर कहा कि पूरा राज्य दुख की इस घड़ी में उनके साथ मुख्यमंत्री ने अपने भ्रमण के दौरान किये जा रहे रेस्क्यू आपरेशन तथा राहत कार्यों का भी जायजा लिया औऱ जिलाधिकारी पिथौरागढ़ से जानकारी लेते हुए उन्हें आवश्यक निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री रावत ने प्रभावितों से कहा कि आपदा प्रभावितों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि आपदा पीड़ित अगर स्वेच्छा से किराये पर रहना चाहते है तो किराये की धनराशि सरकार द्वारा वहन की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रभावितों के पशुओं हेतु टीनसैड (गौशाला) का निर्माण किया जायेगा इस हेतु मुख्य अभियंता लोनिवि को निर्देश दिये कि वह आगामी दिनांक 6 जुलाई से ही उक्त कार्य करना शुरू करें। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि एक सप्ताह के भीतर प्रभावितों के नुकसान की क्षति का आंकलन कर रिपोर्ट उन्हें उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि आंकलन पूर्ण होने तक आयुक्त कुमायूं मण्डल अवनेंद्र सिंह नयाल प्रभावित क्षेत्र में ही कैंप लगाकर आंकलन कार्य करेंगे।

जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रा विद्यालय सिंगाली कैंप में 9 प्रभावित परिवारों के कुल 39 सदस्यों को रखा गया है, जिन्हें प्रशासन की ओर से भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। रेड क्रास सोसाइटी पिथौरागढ़ द्वारा प्रभावितों को राहत सामग्री, जिसमें छाता, टार्च, बाल्टी, मग, बिस्कुट, चायपत्ती, जूस, मोमबत्ती, माचिस, लाइटर के 38 किट वितरित किये। विभिन्न संगठनों की ओर से भी सामग्री वितरित की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि ग्रामीणों की स्वेच्छानुसार सुरक्षित स्थान पर इनके विस्थापन हेतु भूमि चयन भी कर लिया जाए और जो परिवार एकदम खतरे की जद में आ गए हैं उन्हें तुरंत ही अन्यत्र स्थान पर विस्थापित कर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से शीघ्र ही प्रभावितों हेतु अस्थाई पक्के मकान बना लिए जाएंगे। इसके उपरांत मुआवजे की राशि उपलब्ध होने पर प्रभावित अलग से अपना भवन बना सकेंगे इस हेतु भी मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि अहैतुक धनराशि का चैक न देकर नगद भुगतान किया जाय।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि खतरे की जद में आये और बचे हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर प्रभावित द्वारा चयनित भूमि पर बसाया जायेगा और 1 माह का राशन मुफ्त दिया जायेगा। जो मृतक सरकारी नौकरी पर थे उनके आश्रितों को शीघ्र ही उनके स्थान पर नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मृतक माया दत्त भट्ट जिनकी धर्मपत्नी उमा भट्ट जो प्रा. विद्यालय उडमा में है उनका स्थान्तरण सुविधाजनक स्थान पर करने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी को निर्देश दिये कि वह शिक्षा निदेशक के अधिकार के तहत तुरंत स्थान्तरण करें।

भ्रमण के दौरान कांगे्रस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा,अध्यक्ष जिला पंचायत प्रकाश जोशी, विधायक पिथौरागढ़ मयूख महर, विधायक कपकोट ललित फर्सवाण, आयुक्त कुमांऊ मण्डल ए एस नयाल, पुलिस महानिरीक्षक कुमांऊ पी एस सैलाल, जिलाधिकारी एच सी सेमवाल, पुलिस अधीक्षक आर एल शर्मा उपस्थित थे।

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