उत्तराखण्ड में और अधिक ‘आई बैंक्स’ की है जरूरत: राज्यपाल

  1. Home
  2. Dehradun

उत्तराखण्ड में और अधिक ‘आई बैंक्स’ की है जरूरत: राज्यपाल

उत्तराखण्ड के राज्यपाल डॉ कृष्ण कांत पाल ने ‘एन.जेड.ओ.एस एण्ड उत्तरा-आईकॉन 2016’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड के ऊँचे पर्वतीय क्षेत्रों में सूर्य की पराबैंगनी किरणों से लंबे समय तक सीधे संपर्क में आने के कारण आँखों पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक किये जाने की आवश्यकता है। राज्यपाल ने


उत्तराखण्ड के राज्यपाल डॉ कृष्ण कांत पाल ने ‘एन.जेड.ओ.एस एण्ड उत्तरा-आईकॉन 2016’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड के ऊँचे पर्वतीय क्षेत्रों में सूर्य की पराबैंगनी किरणों से लंबे समय तक सीधे संपर्क में आने के कारण आँखों पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के प्रति लोगों को जागरूक किये जाने की आवश्यकता है।

राज्यपाल ने आज सायं ‘उत्तर क्षेत्र नेत्र विज्ञान सोसाइटी, इंडिया’ (एन.जेड.ओ.एस) तथा ‘उत्तराखण्ड राज्य नेत्र विज्ञान सोसाइटी’(यू.के.एस.ओ.एस) के संयुक्त तत्वाधान में राजपुर रोड देहरादून के एक होटल में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन में देश के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में आये नेत्र विशेषज्ञों को सम्बोधित किया।

सम्मेलन के उद्घाटन से पूर्व एक नेत्र संस्थान द्वारा आयोजित ‘लाइव सर्जरी वर्कशाप’ का आयोजन किया गया था। जिसे विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से सम्मेलन मे आए सभी नेत्र विशेषज्ञ प्रतिभागियों ने देखा। राज्यपाल ने इस प्रयोगात्मक गतिविधि की भरपूर सराहना की।

उन्होंने कहा कि उत्तर क्षेत्र नेत्र विज्ञान सोसाइटी(इंडिया) तथा उत्तराखण्ड राज्य नेत्र विज्ञान सोसाइटी के संयुक्त प्रयासों से नेत्र विज्ञान चिकित्सा से सम्बन्धित जानकारियों के आदान-प्रदान व नेत्र विज्ञान चिकित्सा को प्रोत्साहित करने में बड़ी मदद मिलेगी।

राज्यपाल ने कहा कि नेत्र विज्ञान विशेषज्ञों को सामान्यतः प्रचलित अंधता और उपचारणीय अंधता की चुनौतियों का सामना करने की दिशा में काम करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि बेहतर ढंग से संचालित हो रहे उत्तराखण्ड के ‘गाँधी शताब्दी राज्य नेत्र संस्थान’, उसी तरह अपनी सेवायें दे सकता है जैसे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली के ‘आर.पी.सेंटर’ तथा पी.जी.आई चंडीगढ़ के ‘एडवांस आई संेटर’ दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में और अधिक ‘आई बैंक्स’ की जरूरत है।

राज्यपाल ने उत्तराखण्ड के सुदूरवर्ती इलाकों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य केन्द्रों (हेल्थ सेंटर्स), सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों(कम्यूनिटी हेल्थ संेटर्स) तथा जिला अस्पतालों में सुविधाओं और बुनियादी ढांचे को सुधारने का प्रयास कर रही है। इससे मरीजों को छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के लिए ज्यादा सफर करके शहरों की ओर नहीं जाना पडे़गा।

 सम्मेलन में, राज्यपाल द्वारा डा0 एस.एस.सूदन, डा0 एम.सी.लूथरा तथा डा0 ए.के.ग्रोवर को लाइफ टाइम अवार्ड देकर सम्मानित करने के साथ ही अन्य कई डाॅक्टर्स को भी सम्मानित किया गया।

 दो दिवसीय सम्मेलन के अध्यक्ष डा0 बी.के.ओली ने स्वागत सम्बोधन में सम्मेलन के उद्देश्यों और उपलब्धियों पर प्रकाश डालने के साथ ही मुख्य अतिथि राज्यपाल का आभार व्यक्त किया। सम्मेलन कल/16 अक्टूबर को समाप्त होगा।

uttarakhand postपर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे गूगल न्यूज़  google newsपर फॉलो करे