मिली जानकारी के अनुसार सिपाही मोहन सिंह नेगी ने शिकायती पत्र में कहा कि झनकईया थानाध्यक्ष ने उनको दौड़ा-दौड़ा कर पीटा जिससे उनकी उंगली तक फैक्चर हो गई और सिर और पैर में गंभीर चोटें भी आई हैं। सिपाही ने कहा है कि उनके थाने में एक चौकीदार है जो थानाध्यक्ष के घर में भी काम करता है।
कुछ दिन पहले सिपाही ने इस चौकीदार को रात 1 बजे मोबाइल पर बात कर नेपाल से तस्करों को पुलिस की लोकेशन बताते हुए पकड़ा था । सिपाही मोहन सिंह ने इस बारे में चौकी इंचार्ज को सूचना दी थी। ।लेकिन उन पर विश्वास करने के बजाय चौकीदार की शिकायत पर थानाध्यक्ष ने उनके साथ मारपीट की।यही नहीं पीड़ित को लाइन हाजिर भी कर दिया गया।
वहीं दूसरी तरफ थानाध्यक्ष प्रदीप राणा ने सिपाही मोहन सिंह नेगी के आरोपों को गलत बताया है । एसएसपी बरिंदर जीत सिंह का कहना है कि मामला संज्ञान पर आने पर जांच कराई जा रही है जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी।