इस लेखिका का चौंकाने वाला बयान- रेप को बताया “बैड सेक्स”
मेलबर्न (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) ऑस्ट्रेलियाई लेखिका जर्मेन ग्रीर ने दुष्कर्म को लेकर हैरान करने वाला बयान दिया है। 79 वर्ष की जर्मेन का यह हैरान कर देने वाला बयान बुधवार को यूके के वेल्स में हे फेस्टीवल ऑफ लिटरेचर एंड आर्ट्स के दौरान आया। 1970 में आई अपनी किताब ‘द फीमेल यूनक’ से चर्चा में आईं जर्मेन
मेलबर्न (उत्तराखंड पोस्ट ब्यूरो) ऑस्ट्रेलियाई लेखिका जर्मेन ग्रीर ने दुष्कर्म को लेकर हैरान करने वाला बयान दिया है। 79 वर्ष की जर्मेन का यह हैरान कर देने वाला बयान बुधवार को यूके के वेल्स में हे फेस्टीवल ऑफ लिटरेचर एंड आर्ट्स के दौरान आया।
1970 में आई अपनी किताब ‘द फीमेल यूनक’ से चर्चा में आईं जर्मेन ने रेप को महज ‘बैड सेक्स’ बताया। उन्होंने कहा कि इसके लिए छोटा-मोटा दंड दिया जाना चाहिए। इसके लिए 200 घंटों की सामुदायिक सेवा या यौन उत्पीड़न करने वालों के हाथों, बांह या गाल पर ‘आर’ (R) लिखने का प्रावधान किया जा सकता है।
‘न्यूयार्क टाइम्स’ की रिपोर्ट के अनुसार, जर्मेन ने यह भी कहा कि रेप को हिंसक अपराध के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेप के कई मामलों में पीड़ित को चोट नहीं आती। इसे किसी असाधारण हिंसक अपराध के तौर पर देखने की बजाय सहमति के बगैर सेक्स यानी बैड सेक्स के तौर पर देखा जाना चाहिए।
उनके इस बयान के बाद बलात्कारियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग करने वाले एक्टिविस्ट सकते में हैं। उनका यह भी कहना है कि इससे पीड़िताओं का हौसला टूटेगा और वे अपने खिलाफ ज्यादतियों की शिकायत करने से डरेंगी।
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