उत्तराखंड में बिछ रहा है सड़कों का जाल, जानिए अब तक कितने किमी सड़कें बनी

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उत्तराखंड में बिछ रहा है सड़कों का जाल, जानिए अब तक कितने किमी सड़कें बनी

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मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु ने बुधवार को सचिवालय में लोनिवि एवं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्रदेश में कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग एवं एनएचएआई द्वारा कराए जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के अन्दर पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने सभी कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिए जाने के भी निर्देश दिए। कार्यों में गति एवं गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रोजेक्ट्स की लगातार मॉनीटरिंग की जानी चाहिए।


देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट)  मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु ने बुधवार को सचिवालय में लोनिवि एवं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्रदेश में कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। मुख्य सचिव ने लोक निर्माण विभाग एवं एनएचएआई द्वारा कराए जा रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के अन्दर पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने सभी कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिए जाने के भी निर्देश दिए। कार्यों में गति एवं गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रोजेक्ट्स की लगातार मॉनीटरिंग की जानी चाहिए।

मुख्य सचिव ने कहा कि नई सड़कों के निर्माण के साथ ही पुरानी सड़कों के रखरखाव पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने गड्ढा मुक्त सड़कों के लिए भी विशेष प्रयास किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मानसून सीजन के बाद सड़कों को गड्ढा मुक्त किए जाने, नए डामरीकरण पर भी फोकस किया जाना चाहिए। उन्होंने एनएचएआई द्वारा विभिन्न सड़कों के निर्माण में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने एनएचएआई द्वारा कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा हेतु प्रत्येक माह मुख्य सचिव स्तर पर मीटिंग कराने के भी निर्देश दिए।

प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु ने बताया कि चारधाम परियोजना के अन्तर्गत लोक निर्माण विभाग(394.98 किमी), पी.आई.यू. मोर्थ (21.43 किमी), बी.आर.ओ.(151.76 किमी) एवं एन.एच.आई.डी.सी.एल.(102.24 किमी) द्वारा कुल 670.41 कि.मी. सड़क का निर्माण किया जाना है।

उन्होंने कहा कि लोनिवि द्वारा 341.38 किमी (92 प्रतिशत), पी.आई.यू. मोर्थ द्वारा 21.43 किमी (100 प्रतिशत), बी.आर.ओ. द्वारा 116.13 किमी (76 प्रतिशत) एवं एन.एच.आई.डी.सी.एल. 83.61 किमी (81 प्रतिशत) द्वारा कुल 562.55 किमी (84 प्रतिशत) सड़क का निर्माण किया जा चुका है।

  प्रमुख सचिव सुधांशु ने कहा कि लोनिवि द्वारा कुछ आई.टी. इनीशिएटिव भी लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मैनेजमेंट इन्फोर्मेशन सिस्टम (एम.आई.एस) पर सभी कार्यों की समीक्षा की जाती है। इन्फ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट सभी सड़कों एवं पुलों की जी.आई.एस. डाटा सहित विस्तृत जानकारी उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि इसमें फॉरेस्ट प्रपोजल एवं बैंक गारन्टी की वैलिडिटी जैसे गम्भीर मुद्दों पर सम्बन्धित अधिकारी को ऑटो एलर्ट करने जैसे कार्य शामिल हैं।  इस अवसर पर लोक निर्माण विभाग एवं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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