चारधाम यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर चिकित्सा

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को हंस फाउण्डेशन मेडिकल सर्विस की 06 मेडिकल वैनों को हरी झंडी दिखाकर चारधाम यात्रा मार्गो के लिये रवाना किया। उन्होंने बताया कि कहा कि हंस फाउण्डेशन द्वारा 13 मोबाईल मेडिकल सर्विस वैन उपलब्ध करायी जायेगी। प्रथम चरण में उन्होंने पांच सचल चिकित्सा वाहन उपलब्ध कराई हैं, इससे चिकित्सा सुविधाओं के
 

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को हंस फाउण्डेशन मेडिकल सर्विस की 06 मेडिकल वैनों को हरी झंडी दिखाकर चारधाम यात्रा मार्गो के लिये रवाना किया। उन्होंने बताया कि कहा कि हंस फाउण्डेशन द्वारा 13 मोबाईल मेडिकल सर्विस वैन उपलब्ध करायी जायेगी। प्रथम चरण में उन्होंने पांच सचल चिकित्सा वाहन उपलब्ध कराई हैं, इससे चिकित्सा सुविधाओं के विकास में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सभी वैनों के प्राप्त होने पर इसकी कार्य योजना तैयार की जायेगी ताकि इनका बेहतर उपयोग चिकित्सा सुविधाओं के विकास में किया जा सके।

रावत ने कहा कि हंस फाउण्डेशन राज्य की चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के विकास हेतु राज्य सरकार को सहयोग प्रदान कर रहा है, जिसके अन्तर्गत फाउण्डेशन द्वारा कुल 21 सचल चिकित्सा वाहन प्रदान किए जाने सहमति दी गयी है। इस प्रकार 13 वाहन प्रत्येक जनपद को तथा 08 वाहन राज्य आपदा राहत बल को उपलब्ध किए जा रहे हैं। इस श्रृंखला के प्रथम चरण में फाउण्डेशन द्वारा 05 वाहनों को औपचारिक तौर पर राज्य सरकार को सौंपा गया है।

मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि प्रारम्भ में सभी वाहन चारधाम यात्रा मार्ग पर संचालित होगें, ताकि राज्य की महत्वपूर्ण चारधाम यात्रा सुगमता से पूर्ण हो सके। उन्होंने बताया कि सभी वाहन गंगोत्री, यमनोत्री, बद्रीनाथ तथा केदारनाथ मार्ग में उन स्थानों पर रहेंगी, जहां पर चिकित्सा सुविधाएं नहीं है अथवा अपर्याप्त है।

फाउण्डेशन द्वारा प्रदान किए जाने वाले सभी वाहन आधुनिक चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित है, इसलिए इनका उपयोग चारधाम यात्रा में सचल प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र के रूप में लिया जायेगा। इसके अतिरिक्त यह वाहन राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में भी चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करेंगी।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री ओमप्रकाश ने बताया कि वाहनों को चारधाम यात्रा के महत्वपूर्ण बिन्दुओं यथा मुनि-की-रेती से कीर्तिनगर, गौचर से बद्रीनाथ, रूद्रप्रयाग से फाटा, गैरसैंण से कर्णप्रयाग, चिन्यालीसौड़ से गंगगोत्री, डाम्टा से जानकीचट्टी एवं यमनोत्री मार्ग में तैनात किया जायेगा।