भीमलाल की CM को चिट्ठी- फिर धरने पर बैठने की दी चेतावनी

भाजपा का साथ छोड़कर मुख्यमंत्री हरीश रावत का हाथ थामने वाले घनसाली के पूर्व विधायक भीमलाल आर्य ने एक बार फिर से आंदोलन का राह पकड़ने का मन बना लिया है। आर्य ने घनसाली क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री हरीश रावत को पत्र लिखा है और घनसाली क्षेत्र की चार लंबित मांगों पर कार्यवाही
 

भाजपा का साथ छोड़कर मुख्यमंत्री हरीश रावत का हाथ थामने वाले घनसाली के पूर्व विधायक भीमलाल आर्य ने एक बार फिर से आंदोलन का राह पकड़ने का मन बना लिया है। आर्य ने घनसाली क्षेत्र की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री हरीश रावत को पत्र लिखा है और घनसाली क्षेत्र की चार लंबित मांगों पर कार्यवाही की मांग की है।

भीमलाल सीमांत गांव गेंवाली उच्चतर प्राथमिक विद्यालय के हाईस्कूल में उच्चीकरण, इंटर कालेज नौलवासर में विद्यालय भवन निर्माण की मांग कर रहे हैं।

भीमलाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के कई बार निर्देश के बाद भी विभागीय अफसर मांगों पर उचित कार्यवाही नहीं कर रहे। उन्होंने उक्त मांगों पर कार्यवाही न होने पर 27 अक्टूबर से अपर मुख्य सचिव शिक्षा के कार्यालय के समक्ष बेमियादी धरना व आमरण अनशन करने की चेतावनी भी दी है।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हरीश रावत को अपना पितातुल्य बताने वाले आर्य ने भाजपा का साथ छोड़कर मुख्यमंत्री हरीश रावत का हाथ तो थामा लेकिन कुछ माह बाद ही मुख्यमंत्री पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ ही धरना शुरु कर दिया था। इतना ही नहीं भीमलाल ने मुख्यमंत्री पर उनकी राजनीतिक हत्या करने का भी आरोप लगा दिया। हालांकि दो दिन तक धरना व अनशन के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा मांगों पर कार्यवाही का भरोसा दिए जाने के बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त कर दिया था।