जानिए कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत ने कैसे बचाई एक विवाहिता का आबरु ?

उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत की सक्रियता के चलते एक दंपति के साथ बड़ी अनहोनी टल गई। प्रकाश पंत की सक्रियता से न सिर्फ एक विवाहिता की आबरु बच गई बल्कि दुष्कर्म की कोशिश करने वाले सलाखों के पीछे पहुंच गए। अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile
 

उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत की सक्रियता के चलते एक दंपति के साथ बड़ी अनहोनी टल गई। प्रकाश पंत की सक्रियता से न सिर्फ एक विवाहिता की आबरु बच गई बल्कि दुष्कर्म की कोशिश करने वाले सलाखों के पीछे पहुंच गए।  अब ख़बरें एक क्लिक पर इस लिंक पर क्लिक कर Download करें Mobile App – उत्तराखंड पोस्ट

घटना रविवार रात करीब 11 बजे के आसपास की है। पिथौरागढ़ जिले के रहने वाले दंपति सूचना का अधिकार की अपील के सिलसिले में रिंग रोड स्थित सूचना का अधिकार भवन पहुंचे। हालांकि तारीख सोमवार को थी, मगर वक्त पर उपस्थित होने के मद्देनजर वे एक दिन पहले रविवार दोपहर बाद ही वहां पहुंच गए। कार्यालय में उन्हें दो लोग मिले। इन्होंने शहर दूर होने का हवाला देते हुए दंपती को रात में कार्यालय में ही रुकने का प्रस्ताव दिया।

पति-पत्नी उनके झांसे में आ गए। आरोप है कि रात में भोजन के बाद कार्यालय में पहले से मौजूद दोनों लोगों ने अपने दो अन्य साथियों को भी बुला लिया। लेकिन दंपति उनके इरादे नहीं भांप पाए।

आरोप है कि चारों लोगों ने महिला से छेड़छाड़ व जोर-जबरदस्ती शुरू कर दी। विरोध करने पर उन्हें बंधक बना मारपीट भी की गई। इसके बाद महिला के पति ने जैसे-तैसे कैबिनेट मंत्री प्रकाश पंत को फोन कर सूचना दी। पंत ने तुरंत फोन पर एसएसपी स्वीटी अग्रवाल को कार्रवाई के निर्देश दिए। एसएसपी ने भी तत्काल पुलिस टीम गठित कर मौके पर भेज दी। पुलिस ने सूचना का अधिकार भवन पहुंच कर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर दंपती को छुड़ाया।

पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान जगमोहन सिंह चौहान पुत्र गोविंद सिंह, अनिल रावत पुत्र घनश्याम (आदर्श कॉलोनी रायपुर), हरि सिंह पटवाल पुत्र हुकुम सिंह (अपर नत्थनवाला) और जगदीश सिंह पुत्र शेर सिंह (दून हिल्स कॉलोनी रिंग रोड) के रूप में हुई। जगमोहन सूचना आयोग कार्यालय में चपरासी, हरिसिंह गार्ड व अनिल ड्राइवर हैं, जबकि जगदीश पास ही चाय की ठेली लगाता है। मामले में महिला के पति की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है

इस मामले में त्वरित कार्रवाई के लिए मंत्री प्रकाश पंत ने पुलिस की पीठ भी थपथपाई। उधर, पुलिस ने मामले में पकड़े गए चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।