उत्तराखंड | घर से बिना बताए मथुरा घूमने निकले 6 दोस्त की कार नहर में गिरी, 4 लापता, घरों में मचा कोहराम

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) शनिवार देर रात मुरादनगर में को हुए कार हादसे में लापता देहरादून की दोनों छात्राओं के घर सन्नाटा पसरा हुआ है। दोनों छात्राएं अपने चार दोस्तों के साथ घर से बिना बताए ही मथुरा घूमने के लिए निकली थीं। हादसे में दो छात्र तो बच गए जबकि चार अभी भी लापता हैं।
 

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) शनिवार देर रात मुरादनगर में को हुए कार हादसे में लापता देहरादून की दोनों छात्राओं के घर सन्नाटा पसरा हुआ है। दोनों छात्राएं अपने चार दोस्तों के साथ घर से बिना बताए ही मथुरा घूमने के लिए निकली थीं। हादसे में दो छात्र तो बच गए जबकि चार अभी भी लापता हैं।

जानकारी के मतुबिक मुजफ्फरनगर की राधिकापुरम कॉलोनी निवासी हिमांशु कुमार (20) पुत्र सुखबीर सिंह शनिवार शाम अनमोल (18) पुत्र प्रदीप कुमार व निशांत चौधरी (20) पुत्र नरेंद्र निवासी जाट कॉलोनी मुजफ्फरनगर, हर्षित (18) पुत्र नरेंद्र निवासी कोकड़ा मुजफ्फरनगर, कनिका बिंदल (21) पुत्री राजकुमार बिंदल निवासी पटेलनगर और सृष्टि जोशी (20) पुत्री अरुण जोशी निवासी गौतम विहार देहरादून के साथ एक्सयूवी 500 कार में सवार होकर देहरादून से दिल्ली और फिर मथुरा घूमने के लिए निकले थे। लेकिन तभी कार मुरादनगर में डिडौली पुल के पास गंगनहर में गिर गई।

इनमें से दो छात्र जिन्हें तैरना आता था वे सुरक्षित बच गए, जबकि बाकी दो छात्र और दो छात्राओं की तलाश जारी है। निशांत चैधरी गाड़ी चला रहा था। निशांत कृषि विभाग में नौकरी करता है। सृष्टि जोशी और कनिका बिंदल उत्तरांचल यूनिवर्सिटी देहरादून की छात्राएं हैं। अनमोल देशवाल और हर्षित 12वीं के छात्र हैं जो मुजफ्फरनगर में पढ़ते हैं।

हर्षित और अनमोल ने बताया कि शनिवार को अचानक मथुरा घूमने का प्लान बना। देहरादून से निशांत, हिमांशु, कनिका और सृष्टि आ रहे थे। उन्होंने अनमोल और हर्षित को मुजफ्फरनगर से अपने साथ कार में बैठा लिया। वे दिल्ली के लिए निकले तो रास्ते में कोहरे के कारण गंगनहर पटरी पर खड़ी कार दिखाई न देने के कारण उनकी कार, दूसरी को टक्कर मारते हुए गंगनहर में जा गिरी। नहर में गिरते ही कार की खिड़की खुल गई और उसमें सवार हिमांशु, निशांत, कनिका, सृष्टि पानी के तेज बहाव में बह गए। हालांकि, अनमोल व हर्षित तैरकर नहर से बाहर आ गए।

बताया कि रात में दिल्ली रुकते और अगले दिन मथुरा जाते। नहर में बही सृष्टि निवासी गौतमविहार और कनिका निवासी पटेलनगर देहरादून उत्तराखंड यूनिवर्सिटी से एमबीए कर रही है, निशांत कृषि विभाग में क्लर्क के पर पद तैनात हैं। पिता की मौत के बाद मृतक आश्रित कोटे से निशांत की नौकरी लगी थी. वहीं, हिमांशु भी देहरादून में बीसीए प्रथम वर्ष का छात्र है।

सृष्टि  के चाचा अरविंद जोशी ने बताया कि सृष्टि शनिवार तीसरे पहर घर से बाजार के लिए कहकर निकली थी। सुबह उसने कहा था कि वह शाम तक वापस आ जाएगी। लेकिन, रात तक परिजन इंतजार करते रहे। देर रात दो बजे जब यह खबर आई तो सभी के होश उड़ गए। जबकि, कनिका अपने दोस्तों के साथ हॉस्टल से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। दोनों के परिजन इस बात से वाकिफ नहीं है कि दोनों सहेलियां दोस्ताें के साथ कैसे मुरादनगर पहुंच गई।

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