पढ़ें- CM ने क्यों कहा-आचार संहिता में सुनने वाले का मिजाज़ नाजुक हो जाता है

अपने सलाहकार नंदन सिंह घुग्तयाल पर शासन में अपर सचिव विनोद प्रसाद रतूड़ी को कथित तौर पर धमकाने के आरोप पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उनका बचाव किया है। मुख्यमंत्री रावत ने चुटकी लेते हुए कहा कि जब कहा कि जिस समय दबाव डाल सकते थे तब नहीं डाला। रावत ने कहा कि चुनाव का
 

अपने सलाहकार नंदन सिंह घुग्तयाल पर शासन में अपर सचिव विनोद प्रसाद रतूड़ी को कथित तौर पर धमकाने के आरोप पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उनका बचाव किया है। मुख्यमंत्री रावत ने चुटकी लेते हुए कहा कि जब कहा कि जिस समय दबाव डाल सकते थे तब नहीं डाला।

रावत ने कहा कि चुनाव का वक्त है, आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है तो ऐसे वक्त में सुनने वाले का मिजाज जरा नाजुक हो जाता है। उन्होंने कहा कि मैंने अपने सभी लोगों को बोल दिया है कि आचार संहिता के दौरान किसी भी सरकारी कागज को फॉलो करने की जरुरत नहीं है।

गौरतलब है कि शासन में अपर सचिव विनोद प्रसाद रतूड़ी ने मुख्यमंत्री हरीश रावत के सलाहकार नंदन सिंह घुग्तयाल पर उन्हें धमकाने का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत मुख्य सचिव रामास्वामी से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।

वहीं मुख्य सचिव ने लिखित शिकायत मिलने पर कार्रवाई का भरोसा दिया है। हालांकि मुख्यमंत्री हरीश रावत के सलाहकार नंदन सिंह घुग्तयाल ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा कि उन्होंने अपर सचिव को नहीं धमकाया। नंदन सिंह ने कहा कि उन्होंने अपर सचिव से एक फाइल को लेकर सिर्फ पूछा था कि उस फाइल का क्या हुआ।