उत्तराखंड में तीन जगह जले जंगल, दो युवकों की मौत के मामले में रिपोर्ट तलब 

उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। बुधवार को उत्तराखंड में वनाग्नि की तीन घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं। तीनों ही घटनाएं कुमाऊं क्षेत्र में हुई हैं। आग लगने की यह घटनाएं अल्मोड़ा और नैनीताल वन प्रभाग के आरक्षित वन क्षेत्र में हुई हैं। इनमें 2.2 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है, जबकि 6600 रुपये की आर्थिक क्षति का आकलन किया गया है।
 

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देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। बुधवार को उत्तराखंड में वनाग्नि की तीन घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं। तीनों ही घटनाएं कुमाऊं क्षेत्र में हुई हैं। आग लगने की यह घटनाएं अल्मोड़ा और नैनीताल वन प्रभाग के आरक्षित वन क्षेत्र में हुई हैं। इनमें 2.2 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है, जबकि 6600 रुपये की आर्थिक क्षति का आकलन किया गया है।

मुख्य वन संरक्षक वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन निशांत वर्मा ने बताया कि प्रदेश में अब तक वनाग्नि की कुल 126 घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं, जिसमें 188.4 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हुआ है। पौड़ी के चौबट्टाखाल क्षेत्र में जंगल की आग में झुलसने के कारण हुई दो युवकों की मौत के मामले में वन मुख्यालय के स्तर पर भी रिपोर्ट तलब की गई है।

इस संबंध में मुख्य वन संरक्षक वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन निशांत वर्मा ने बताया कि सिविल सोयम वन प्रभाग पौड़ी के डीएफओ को जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। आगे क्या कार्यवाही की जाएगी, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

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