किसानों के जले हुए पर नमक छिड़क रही है BJP सरकार: हरीश रावत

देहरादून [उत्तराखंड़ पोस्ट ब्यूरो] किसानों की आत्महत्या पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कृषि मंत्री के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन पर निशाना साधा है। साथ ही हरीश रावत ने राज्य की बीजेपी सरकार पर किसानों को छलने का भी आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यजनक है कि प्रशासनिक
 

देहरादून [उत्तराखंड़ पोस्ट ब्यूरो] किसानों की आत्महत्या पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कृषि मंत्री के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन पर निशाना साधा है। साथ ही हरीश रावत ने राज्य की बीजेपी सरकार पर किसानों को छलने का भी आरोप लगाया है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यजनक है कि प्रशासनिक जांचें शुरू करवाकर आत्महत्यों को संदिग्ध बनाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने कृषि मंत्री के बयान की निंदा करते हुए कहा कि यह किसानों के जले हुए पर नमक डालने की तरह है।

हरीश रावत ने कहा कि किसान इस समय बहुत त्रस्त है क्योंकि उससे जबरिया ऋण वसूली हो रही है और यह धमकी दी जा रही है कि ऋण चुकता न करने पर उसकी ज़मीन को नीलाम कर दिया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ज़मीन नीलामी की धमकी किसान को पहली बार दी जा रही है।

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने किसानों का भरोसा भी तोड़ा है। जो पार्टी अपने दृष्टि पत्र में कहे, प्रधानमंत्री रुद्रपुर में कहें, अमित शाह हल्द्वानी में कहे, राजनाथ सिंह हरिद्वार में कहें कि आपकी ऋण की चिंता को डबल इंजन की सरकार आते ही दूर कर देगी और गन्ना किसानों का बकाया भुगतान 15 दिन के अंदर कर दिया जाएगा।

हरीश रावत ने कहा कि किसान बीजेपी से बहुत उम्मीद लगा बैठा था जिसे उसने तोड़ दिया है। कर्ज़ माफ़ी तो दूर किसान को यूरिया भी नहीं मिल पा रहा है, जिस किसान को 100 कट्टे यूरिया की ज़रूरत है उसे बमुश्किल दो कट्टे यूरिया मिल रहा है क्योंकि आधार कार्ड को उससे लिंक कर दिया गया है। इस सबसे किसान बहुत दबाव में आ गया है और यही वजह है कि तीन किसान आत्महत्या कर चुके हैं और दो हार्ट अटैक से मर गए हैं।

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