हरदा ने सपा नेता को मुंहपका रोग ग्रसित कहा तो इस बहाने बीजेपी पर भी किया वार, बवाल मचना तय
हरीश रावत ने कहा कि राजनीति में कुछ लोग मुंह पका रोग से ग्रसित होते हैं और यदि ऐसा कोई व्यक्ति विपक्ष में है जो देवस्थानों पर टिप्पणी कर रहा है, उनके निर्माण के इतिहास में झांकने का दुस्साहस कर रहा है तो वह निंदनीय है और वह व्यक्ति भाजपा के एजेंडे पर, उनके पिच पर खेल रहा है।

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बदरीनाथ धाम में सपा नेता की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। हरदा ने ऐसे लोगों को मुंहपका रोग से ग्रसित करार दिया है, इतना ही नहीं हरदा ने तो ये तह कहा कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या बीजेपी के एजेंडे पर, उनकी पिच पर खेल रहा है। हरीश रावत ने जिस तरह स्वामी प्रसाद मौर्या के बहाने बीजेपी पर वार किया है, उससे हरदा के बयान पर बवाल मचना तय है।
हरीश रावत ने कहा कि राजनीति में कुछ लोग मुंह पका रोग से ग्रसित होते हैं और यदि ऐसा कोई व्यक्ति विपक्ष में है जो देवस्थानों पर टिप्पणी कर रहा है, उनके निर्माण के इतिहास में झांकने का दुस्साहस कर रहा है तो वह निंदनीय है और वह व्यक्ति भाजपा के एजेंडे पर, उनके पिच पर खेल रहा है।
हरीश रावत ने आगे कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य को यह बात ध्यान रखनी चाहिए। पूजा स्थलों की खुदाई तो भाजपा का एजेंडा है, यहां उनकी मदद करना चाहते हैं तो ऐसे अहमक बयान दीजिए। श्री बद्रीनाथ जी करोड़ों-करोड़ मानवता के संरक्षक, आस्था के प्रतीक हैं, आप उस मंदिर पर टिप्पणी कर किसकी मदद कर रहे हैं, जरा विचार तो करिये।
सीएम धामी ने भी लगाई लताड़
समाजवादी पार्टी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की बद्रीनाथ धाम पर की गई टिप्पणी पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा विश्व के करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के केंद्र बिंदु एवं चार धामों में से एक भू बैकुण्ठ श्री बदरीनाथ धाम के अस्तित्व पर सपा नेता द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी की घोर निन्दा करता हूं। समाजवादी पार्टी के सर्वोच्च नेता की पत्नी श्रीमती डिंपल यादव जी जो उत्तराखण्ड की बेटी हैं, मैं चाहूंगा कि वे ऐसी विघटनकारी सोच रखने वाले अपनी पार्टी के नेता को अवश्य जवाब दें।
धामी ने कहा कि "महाठगबंधन" के एक सदस्य के रूप में समाजवादी पार्टी के एक नेता द्वारा दिया गया यह बयान कांग्रेस और उसके सहयोगियों की देश व धर्म विरोधी सोच को दर्शाता है। यह विचार इन दलों के अंदर SIMI और PFI की विचारधारा के वर्चस्व को भी प्रकट करता है।
स्वामी प्रसाद मौर्या ने क्या कहा ?