हरदा का धामी सरकार पर वार, बोले- रंगाई पुताई के लिए करोड़ों, किसान के लिए एक पाई तक नहीं

हरीश रावत ने कहा कि गन्ना किसान हैरान और परेशान, खाद नहीं मिल रही है! गेहूं की बुवाई चल रही है खाद गायब है, ट्यूबवेल खराब पड़े हैं कोई मरम्मत करने वाला नहीं है, अब एक नई विपदा धान बोने वाले किसान के ऊपर आई, खरीद केंद्रों में धान पहुंच भी गया, बिक भी गया, लेकिन पेमेंट नहीं हो रहा है।
 
 

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक बार फिर राज्य की धामी सरकार पर निशाना साधा है। हरदा ने किसानों के मुद्दे पर धामी सरकार को घेरने के लिए एक बार फिर से धरना-प्रदर्शन और उपवास रखने का अल्टीमेटम दिया है।

हरीश रावत ने कहा कि गन्ना किसान हैरान और परेशान, खाद नहीं मिल रही है! गेहूं की बुवाई चल रही है खाद गायब है, ट्यूबवेल खराब पड़े हैं कोई मरम्मत करने वाला नहीं है, अब एक नई विपदा धान बोने वाले किसान के ऊपर आई, खरीद केंद्रों में धान पहुंच भी गया, बिक भी गया, लेकिन पेमेंट नहीं हो रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरदा ने कहा- सारे तराई भाबर में किसान धरना दे रहा है, प्रदर्शन कर रहा है, आवाज उठा रहा है, लेकिन एक पैसे का भुगतान नहीं। हमारे पास स्मार्ट सिटी की सड़कों पर रंग-पुताई करने के लिए तो करोड़ों रुपया है, लेकिन जिस किसान ने अपने पसीने से धान उगाया है उसको देने के लिए पैसा नहीं है। यदि सरकार नहीं चेतती है तो हमारे पास सड़क धरने, प्रदर्शन, उपवास के अलावा और कोई रास्ता नहीं है।