निवेशक सम्मेलन के बहाने हरदा के तीखे सवाल, बोले-  किसानों का दर्द भी समझे धामी सरकार

हरीश रावत ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- किसानों के सम्मान में और उत्तराखण्ड का किसान पस्त हाल हैं, गन्ने का मूल्य घोषित नहीं, मुआवजा अपमानजनक, इकबालपुर चीनी मिल के बकाया भुगतान नहीं किये जाने के विरोध में कांग्रेस के साथियों और किसान भाइयों के साथ "मौन उपवास" कर विरोध जताया।
 
 

देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरुवार को देहरादून के गांधी पार्क में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के मूर्ति के पास राज्य की धामी सरकार के खिलाफ मौन उपवास कर विरोध जताया।

हरीश रावत ने राज्य की धामी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- किसानों के सम्मान में और उत्तराखण्ड का किसान पस्त हाल हैं, गन्ने का मूल्य घोषित नहीं, मुआवजा अपमान जनक, इकबालपुर चीनी मिल के बकाया भुगतान नहीं किये जाने के विरोध में कांग्रेस के साथियों और किसान भाइयों के साथ "मौन उपवास" कर विरोध जताया।

हरीश रावत ने देहरादून में आयोजित होने जा रही ग्लोबल निवेशक सम्मेलन पर कहा कि सरकार निवेशक सम्मेलन की चकाचौंध में पैदा कर रही है उसमें किसान का दर्द भी समझे, हमारी मुख्यमंत्री से यही अपील है।

हरदा ने कहा कि सरकार पहले 2018 के निवेशक सम्मेलन में क्या आया उस पर श्वेत पत्र जारी करे और अभी जो खर्चा कर रही है उसका भी ब्यौरा जारी करे। सरकार को नए उद्योग स्थापित करने से पहले बंद हो रहे उद्योगों की ओर ध्यान देना चाहिए।