लोकसभा चुनाव वोटिंग | उत्तराखंड में दांव पर दिग्गजों की साख, धामी और हरदा ने किए बड़े दावे
उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटें– टिहरी-गढ़वाल, पौड़ी- गढ़वाल, अल्मोड़ा, नैनीताल-उधम सिंह नगर और हरिद्वार हैं। उत्तराखंड में चुनाव में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच ही रहा है।
देहरादून (उत्तराखंड पोस्ट) उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए शुक्रवार को मतदान का दिन है। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ देखने को मिली। राज्य में मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा और कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। उत्तराखंड के मतदाताओं 5 लोकसभा सीटों पर कुल 55 प्रत्याशियों के भाग्य ईवीएम में कैद कर दिया है। अब 4 जून को मतगणना के बाद साफ होगा कि उत्तराखंड के लोगों ने किसे अपना सांसद चुना है।
उत्तराखंड में लोकसभा की पांच सीटें– टिहरी-गढ़वाल, पौड़ी- गढ़वाल, अल्मोड़ा, नैनीताल-उधम सिंह नगर और हरिद्वार हैं। उत्तराखंड में चुनाव में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच ही रहा है।
धामी औऱ हरदा के जीत के दावे
खटीमा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परिवार के साथ मतदान किया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 10 साल देश ने प्रगति को छुआ है। पूरी दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है। भ्रष्टाचार पर रोक लगी है...प्रधानमंत्री मोदी सशक्त भारत बनाना चाहते हैं। सीएम धामी ने कहा कि अबकी बार, 400 पार में उत्तराखंड का पूरा सहयोग मिलेगा। उत्तराखंड की जनता से आर्शीवाद मिलेगा। पांचों की पांचों सीटें हम ऐतिहासिक पदों से जीतेंगे।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने देहरादून में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। आपको बता दें कि हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत इस बार हरिद्वार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं और अपने बेटे की जीत के लिए हरदा ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। हरदा का दावा है कि कांग्रेस ने सिर्फ हरिद्वार लोकसभा सीट जीतेगी बल्कि राज्य की अन्य लोकसभा सीटों पर भी कांग्रेस उम्मीदवार विजयी होंगे।
नीचे जानिए उत्तराखंड की पाचों लोकसभा सीट पर किसमें है मुकाबला-
नैनीताल- ऊधम सिंह नगर लोकसभा सीट- इस सीट पर बीजेपी ने मौजूदा सांसद अजय भट्ट पर ही एक बार फिर से भरोसा जताते हुए मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने प्रकाश जोशी पर दांव खेला है। 2019 में कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को मैदान में उतारा था।
अल्मोड़ा लोकसभा सीट- यह सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती रही है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी से मौजूदा सांसद अजय टम्टा को फिर से मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने प्रदीम टम्टा पर दांव खेला है।
हरिद्वार लोकसभा सीट- हरिद्वार प्रदेश की सबसे हॉट सीट में से एक है, इस सीट से पूर्व में सांसद रहे हरीश रावत अपने बेटे वीरेंद्र रावत को टिकट दिलाने में सफल रहे तो बीजेपी ने मौजूदा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक का टिकट काटकर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत पर दांव खेला है। इस सीट पर खानपुर विधानसभा से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार भी मैदान में है तो यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
टिहरी लोकसभा सीट- इस सीट पर बीजेपी ने मौजूदा सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह पर ही भरोसा जताते हुए फिर से मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने जोत सिंह गुनसोला पर दांव खेला है।
पौड़ी लोकसभा सीट- इस सीट पर भी इस सबकी निगाहें हैं। यहां से बीजेपी ने मौजूदा सांसद तीरथ सिंह रावत का टिकट काटकर अनिल बलूनी पर दांव खेला है तो कांग्रेस ने पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को मैदान में उतारा है। इस सीट पर अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले को लेकर कांग्रेस पूरे प्रचार में बीजेपी को घेरते रही है, ऐसे में यहां देखना दिलचस्प होगा कि कौन बाजी मारता है।
तमाम ओपिनियन पोल और सर्वे उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी की बड़ी जीत के दावे कर रहे हैं। ओपिनियन पोल के मुताबिक उत्तराखंड में बीजेपी 2019 की तरह 5-0 से चुनाव जीत सकती है। हालांकि असल में चुनाव नतीजे क्या रहेंगे ये तो 4 जून को ही चुनाव परिणाम के दिन सामने आएगा।