मेजर विभूति की बहन आखिरी बार चेहरा तक नहीं देख पाई, मन में रहा यही मलाल
देहरादून(उत्तराखंड पोस्ट) पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए मेजर विभूति की दूसरी बहन प्रियंका अमेरिका में रहती है । एक दिन देर से फ्लाइट का टिकट मिलने के कारण वह बुधवार को वह दून पहुंची।
प्रियंका दिल में रंज था कि अपने लाडले भाई विभू का चेहरा नहीं देख पाई। घर पहुंचकर जुबां खामोश रह गई। उसकी आंखों से आंसू बह रहे थे। जो भाई घर में दस महीने पहले चहकता हुआ घूम रहा था, आज उसकी यादें और एक कमरे के कोने में तस्वीर रखी थी। प्रियंका भाई की शहादत से सदमे में हैं।
कमरे के कोने में रखी शहीद मेजर विभूति की तस्वीर के सामने ज्योत जल रही है। मुखाग्नि देने वाले चाचा जगदीश ढौंडियाल उदास बैठे हुए हैं।शहीद मेजर विभूति की पत्नी नितिका खुद को संभालने की कोशिश कर रही हैं। भीतर-भीतर नितिका को अपने हीरो मेजर की जितनी याद आ रही हो लेकिन बाहर से उन्होंने खामोशी ओढ़ ली है।
शहीद मेजर विभूति की दादी शकुंतला की उम्र 95 साल है। बुजुर्ग दादी सोमवार से लगातार आने-जाने वालों को देखती है। फिर किसी आसपास खड़े व्यक्ति से पूछती है, इतनी भीड़ क्यों है। मंगलवार को भी जब शहीद मेजर विभूति का पार्थिव शरीर उनके सामने था तो उन्हें एक पल को पोते के विदा होने का आभास हुआ। वह मायूस हो गई। लेकिन फिर भूल गई।
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