अब रचनात्मक मुद्दों पर बात नहीं होती : हरिप्रसाद चौरसिया

जेएनयू मामले और अहसहिष्णुता के मुद्दे पर प्रख्यात बासुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया ने कहा कि आज रचनात्मक मुद्दों की बजाए ध्वंसात्मक मुद्दे ज्यादा उठाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि रचनात्मकता से ही समाज में सुधार लाया जा सकता है, लेकिन रचनात्मक मुद्दों की कोई बात ही नहीं करता है। चौरसिया ने कहा कि आज
 

जेएनयू मामले और अहसहिष्णुता के मुद्दे पर प्रख्यात बासुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया ने कहा कि आज रचनात्मक मुद्दों की बजाए ध्वंसात्मक मुद्दे ज्यादा उठाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि रचनात्मकता से ही समाज में सुधार लाया जा सकता है, लेकिन रचनात्मक मुद्दों की कोई बात ही नहीं करता है। चौरसिया ने कहा कि आज के समय में सकारात्मक नहीं बल्कि नकारात्मक घटनाओं को प्रमुखता दी जाती है। गौरतलब है कि पंडित हरिप्रसाद चौरसिया बृहस्पतिवार को आ‌इडिया जलसा कंसर्ट के आयोजन के लिए देहरादून पहुंचे थे।  इस मौके पर मीडिया से बात कते हुए उन्होंने ये बात कही।