अब इस सीट पर भी BJP में बुलंद हुए बगावत के सुर

भाजपा की विधानसभा चुनाव के लिए घोषित उम्मीदवारों की पहली सूची के बाद से ही शुरु हुआ बगावत का दौर फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। नरेन्द्रनगर, घनसाली, राजपुर रोड के बाद अब डोईवाला विधानसभा सीट पर भी बगावत के झंडे बुलंद होने लगे हैं। डोईवाला विधानसभा सीट से भाजपा के त्रिवेंद्र रावत
 

भाजपा की विधानसभा चुनाव के लिए घोषित उम्मीदवारों की पहली सूची के बाद से ही शुरु हुआ बगावत का दौर फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। नरेन्द्रनगर, घनसाली, राजपुर रोड के बाद अब डोईवाला विधानसभा सीट पर भी बगावत के झंडे बुलंद होने लगे हैं।

डोईवाला विधानसभा सीट से भाजपा के त्रिवेंद्र रावत को टिकट देने से स्थानीय भाजपाई बेहद नाराज हो गए हैं। फिर चाहे पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंन्द्र नेगी हों या दिगंबर नेगी। दरअसल डोईवाला सीट पर त्रिवेंद्र रावत को स्थानीय नेता बहारी मानते हैं।

हालांकि ये बात अलग है कि परीसीमन से पहले त्रिवेंद्र रावत दो बार डोईवाला सीट से चुनाव जीत चुके हैं। जबकि परिसीमन के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत डोईवाला से पहली बार 2012 के विधानसभा चुनाव और 2014 के उपचुनाव में उतरे और दोनों बार हार गए। ऐसे में त्रिवेंद्र रावत की खिलाफत करते हुए डोईवाला में नाराज भाजपाइयों ने एक स्वाभिमान रैली प्रस्तावित की है।

गौरतलब है कि डोईवाला सीट पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रुचि भट्ट, पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंद्र नेगी, दिगंबर नेगी, भाजयुमो के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सौरभ थपलियाल ने दावा किया था। बहरहाल तय है कि 23 तारीख को स्वाभिमान रैली में बड़ी बगावत का ऐलान हो सकता है। माना जा रहा है कि ये बगावत भाजपा के लिए डोईवाला सीट पर बड़ा नुकसान साबित हो सकता है।