उत्तराखंड में पिक्चर अभी बाकी है! क्या होगा हरक सिंह रावत का अगला कदम?
आपको याद होगा कि कांग्रेस में शामिल होने से पहले इसी तरह तत्कालीन कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य भी खाने की टेबल पर ब्रेकफास्ट पर सीएम धामी के साथ बैठे थे। इस ब्रेकफास्ट के लिए धामी खुद सुबह-सुबह यशपाल आर्य के घर पहुंचे थे। ब्रेकफास्ट के बाद कहा गया कि यशपाल की कोई नाराजगी नहीं हैं लेकिन कुछ दिनों बाद यशपाल की कांग्रेस में अपने बेटे के साथ घर वापसी हो गई।
ठीक उसी रह की स्थिति अब भी बनी हैं, बस किरदार बदल गए हैं। यशपाल आर्य की जगह कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने ले ली है और इस पर भी नाराजगी के 24 घंटे के बाद खाने की टेबल पर हरक की सीएम धामी के साथ मुलाकात हुई।
मुलाकात के बाद खुद हरक सिंह रावत ने ये कहा कि धामी उनके छोटे भाई की तरह हैं और अब कोई नाराजगी बाकी नहीं हैं।नाराजगी दूर होने की खबरों के बीच सबके मन में ये सवाल तैर रहा है कि क्या हरक सिंह रावत की नाराजगी वाकई में दूर हो गई है या फिर चुनावी साल में यशपाल आर्य वाला एपिसोड तो फिर से नहीं देखने को मिलेगा।
हरक का अगला कदम क्या होगा, यह कोई नहीं जानता। 2016 में भी तत्कालीन हरीश सरकार के खिलाफ बगावत के वक्त विधानसभा में उन्होंने मंत्री के तौर पर अपनी सरकार का बचाव किया था। कुछ घंटे के बाद उन्होंने बगावत कर हरीश सरकार सबसे बड़े सियासी संकट में डाल दिया था।बहरहाल चुनाव में अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है तो इन तमाम सवालों के जवाब भी जल्द मिल ही जाएंगे कि हरक का अगला कदम क्या होगा।